Home » अगर मम्मी हैं सख्त तो बच्चे पढ़ाई और करियर में होंगे सफल, प्रशंसा बना रही अहंकारी, स्वार्थी व कम प्रतियोगी, एक शोध में हुआ खुलासा, बेहतर पेरेंटिंग के लिए देखें पूरी जानकारी, वीडियो
अगर मम्मी हैं सख्त तो बच्चे पढ़ाई और करियर में होंगे सफल, प्रशंसा बना रही अहंकारी, स्वार्थी व कम प्रतियोगी, एक शोध में हुआ खुलासा, बेहतर पेरेंटिंग के लिए देखें पूरी जानकारी, वीडियो
अगर मम्मी बच्चों के साथ सख्त व्यवहार कर रही हैं तो घर के अन्य परिजन उन्हें जरा भी न टोकें। अक्सर देखा जाता है कि अगर मां बच्चों को डांटती हैं तो दादा-दादी या फिर नाना-नानी टोका-टाकी करने लगते हैं। तो अब ये सब बंद कर दें, क्योंकि एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अगर मां बचपन से ही बच्चों के साथ सख्ती बरतती है तो भविष्य में उसके सफल होने के अवसर ज्यादा बढ़ जाते हैं।
हालांकि आधुनिक युग में मनोवैज्ञानिक व अभिभावक सख्ती को जरूर नहीं समझते और इस सम्बंध में किसी भी तरह की बात करने से दूर रहते हैं, लेकिन शोध की मानें तो जिन बच्चों की मां सख्त होती हैं, वो भविष्य में अपनी मां को ही सफलता का श्रेय देते हैं, भले ही सख्ती के समय मां का यह बर्ताव अखरता हो। यहां बता दें कि सख्ती का मतलब बच्चों को खेलने या कहीं आने-जाने या फिर दोस्तों से मिलने व खाने-पीने में रोक-टोक करना नहीं बल्कि बच्चों को अनुशासन व व्यवस्थित ढंग से रहने के लिए सीख देना है। इसी के साथ पढ़ाई में भी किसी तरह की ढील न देना है। शोध यह भी कहते हैं कि मां की डांट व सख्ती भी बच्चों को प्यार करने जैसी ही होती है।
देखें क्या कहते हैं शोध इंग्लैंड के एसेक्स विश्वविद्यालय ने 13 से 14 साल के करीब 15 हजार बच्चों पर 6 साल तक शोध किया। नतीजतन सामने आया कि जो मां अपने बच्चों को लेकर सख्त व सतर्क रहीं, उनके बच्चों में आत्मविश्ववास और अच्छी नौकरी की सम्भावनाएं ज्यादी देखी गईं।
अमेरिका की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ने इस सम्बंध में करीब 565 बच्चों पर अध्ययन किया। इस शोध में पाया गया कि जिन बच्चों के माता-पिता उनको स्पेशल होने का एहसास कराते थे, ऐसे करीब 16 प्रतिशत बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में स्वार्थी, अहंकारी और कम प्रतियोगी पाए गए।
अकेले बच्चे बन रहे तानाशाह अमेरिका के एक शोध में खुलासा हुआ है कि चीन में एक परिवार एक बच्चा नीति के कारण परिवार में बच्चे ज्यादा दुलार व प्यार की वजह से बिगड़ रहे हैं। इटली, जर्मनी व कई यूरोपीय देशों में तो बच्चों के तानाशाह बनने जैसी आदत भी देखने को मिली है। शोध में बताया गया है कि ऐसे बच्चे स्वार्थी हो जाते हैं।