TALIBAN CAPTURED AFGANISTAN:काबुल से भारतीय राजदूत निकल आए बचकर लेकिन चंदौली समेत भारत के फंसे दर्जनों लोगों की नहीं रही सुध
गांधीनगर। अफगानिस्तान पर तालिबानियों का कब्जा होने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने फंसे 192 भारतीयों को वापस लाने के लिए तीन दिन का अभियान चलाया और सकुशल उन्हें निकाल लिया। भारतीय वायु सेना (IAF) के विमान सी-17, ग्लोबमास्टर ने मंगलवार को काबुल के हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 150 से अधिक भारतीय नागरिकों को जामनगर पहुंचाया, जिसमें भारतीय दूतावास के कई अधिकारी भी शामिल हैं, लेकिन अफसोस की बात ये है कि काबुल में अभी भी दर्जनों भारतीय फंसे हैं और यहां निकासी मिशन को सफल बताया जा रहा है।
बता दें कि जामनगर एयरफोर्स बेस पर उतरने के बाद अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि आप कल्पना नहीं कर सकते कि घर वापस आना कितना अच्छा है। दो हफ्ते की गहन जटिल स्थिति के बाद मुझे निकासी पर निर्णय लेना पड़ा। मुझे बहुत खुशी है कि मिशन अब समाप्त हो गया है और हम बिना किसी अप्रिय घटना या दुर्घटना के सुरक्षित घर वापस आ गए हैं। विदेश मंत्रालय ने इस निकासी मिशन की योजना बनाई थी, जिसे तीन दिनों में पूरा किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि हमारे पास 192 व्यक्तियों को सही सलामत निकालने का मिशन था। जिसे केवल तीन दिनों की अवधि में, दो चरणों में बहुत ही व्यवस्थित ढ़ंग से पूरा कर लिया गया। दूतावास के कर्मियों के साथ ही अफगानिस्तान में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के लोग भी शामिल थे और एयर इंडिया के लोग भी थे, जिनकों निकाला जाना जरूरी था। क्योंकि काबुल शहर में स्थिति तेजी से बदल रही है।
जो दूतावास पहुंचे,वो भारत आ गए
मीडिया से बात करते हुए टंडन ने कहा कि भारतीय नागरिक खुद को संकट में घिरा पा रहे थे। इसलिए हमने रणनीति बनाई कि जो भी दूतावास पहुंचेगा, उसे निकासी मिशन में साथ ले जाया जाएगा। कार्यक्रम दूतावास के सभी विंगों की मदद के बिना सफलतापूर्वक संभव नहीं हो पाता। इसलिए कार्यक्रम की निगरानी उच्चतम स्तर और मिनट से लेकर मिनट तक की गई। इसी के साथ उन्होंने जानकारी दी कि अब आईएएफ के विमान में ईंधन भर दिया जाएगा और गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन के लिए रवाना हो जाएगा। जहां से लोग अपने-अपने राज्यों के लिए यात्रा कर सकेंगे।
मीडिया से जिस समय टंडन मुखातिब हो रहे थे और निकासी मिशन को सफल बता रहे थे, उसी वक्त एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें काबुल में फंसे दर्जनों भारतीय भारत लाने के लिए गुहार लगा रहे थे। ये सभी भारतीय उत्तर प्रदेश के हैं। चंदौली, गाजियाबाद, नोएडा, गाजीपुर सहित कई जिलों के 13 नागरिक उत्तर प्रदेश के काबुल में फंसे हैं, जिनका पासपोर्ट कम्पनी के जीएम ने छीन लिया है। अब देखना यह है कि सरकार इनको कैसे निकालने में सफल होती है।