फर्जी है jobin.lucknow, नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से वसूल रहे हजारों रुपए, बता रहे खुद को CBI अधिकारी, पुलिस ने महिला समेत चार को किया गिरफ्तार
लखनऊ। रोजगारी के अभाव में बेरोजगारों को ठगने का धंधा लगातार फलता-फूलता जा रहा है। हाल ही में पंचायत कोर्डिनेटर पद पर नियुक्ति कराने के नाम पर युवक से 70 हजार रुपये ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने बुधवार को भांडाफोड़ किया और दो युवतियों समेत चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार किया गया एक आरोपी खुद को CBI का अधिकारी बता कर लोगों को धमकाने का काम भी करता था। कृष्णानगर पुलिस ने उसके पास से CBI के फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किए हैं।
ये है पूरा मामला
इस सम्बंध में सरोजनीनगर निवासी प्रशांत दुबे मंगलवार को कृष्णानगर कोतवाली पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित प्रशांत ने पूरा घटनाक्रम बताते हुआ कहा कि उसने नौकरी के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी। कई जगह अपना मोबाइल नम्बर भी दिया था। इसी बीच उसकी मुलाकात अनुराग मौर्य नाम के एक युवक से हुई। उसने jobin.lucknow के बारे में बताया। अनुराग के कहने पर उसने एजेंसी की एचआर कविता से मुलाकात की। तभी कविता ने बताया कि ग्राम पंचायत विभाग में पंचायत कोर्डिनेटर पद के लिए संविदा आधार पर नियुक्तियां निकलीं हैं चाहे तो 70 हजार रुपये खर्च करके तुम भी यह नौकरी प्राप्त कर सकते हो। इस पर पीड़ित ने ठग की बात पर विश्वास कर लिया। जालसाजों ने ऑनलाइन परीक्षा लेने का दावा करते हुए नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया।
प्रशांत के मुताबिक मंगलवार को वह कविता के बुलाने पर कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन के पास बने रेस्त्रां में पहुंचा, जहां कविता ने उनसे रुपये और दस्तावेज ले लिए। इस बीच प्रशांत ने नियुक्ति न होने पर रुपये वापस लौटाने के लिए कहा तो कविता के साथ मौजूद व्यक्ति खुद को सीबीआई अधिकारी होने का दावा करके असलहा निकाल कर प्रशांत को धमकाने लगा और कहा कि रुपये वापस नहीं मिलेंगे। नौकरी लगे चाहे न लगे। यह बात सुन कर प्रशांत को शक हुआ। किसी तरह खुद को आरोपियों के चंगुल बचाकर निकलने के बाद अनुराग सीधा कृष्णानगर कोतवाली पहुंचे और मुकदमा दर्ज करा दिया था।
गिरोह ने दर्जनों बेरोजगारों को बनाया है निशाना
इंस्पेक्टर आलोक राय ने बताया कि प्रेमनगर निवासी राहुल सिंह उर्फ आर्यन, कुशीनगर निवासी मुकेश तिवारी, विनीतखंड निवासी कविता नयाल जोशी और कुशीनगर निवासी प्रिया वर्मा को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। राय ने बताया कि पूछताछ में आरोपी पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म और जॉब सर्च साइट पर नौकरी तलाश रहे लोगों की डिटेल खंगाल लेते थे। फिर बेरोजगारों से सम्पर्क कर उन्हें सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर फंसाते थे। गिरोह में शामिल महिलाएं फोन पर बात करती थीं तो पुरुष खुद को सीबीआई अधिकारी बता कर रौब गांठते थे और बेरोजगार युवकों को धमकाते थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो नौकरी के नाम पर दर्जनों को अपना शिकार बना चुके हैं। इंस्पेक्टर के मुताबिक पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी भी मिली है। सभी की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है।
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