फिल्म ‘थलाइवी’से सिनेमाघरों में तहलका मचाने आ रही हैं कंगना रनौत, देखिए कब होगी रिलीज
मुंबई। अपनी आने वाली फिल्म ‘थलाइवी’ से फिर से सिनेमाघरों में तहलका मचाने के लिए कंगना रनौत ने कमर कस ली है। इस फिल्म को वह सिनेमाघरों में रिलीज करने की तैयारी पूरी कर चुकी हैं और इसकी तारीख भी घोषित कर दी है। तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री और पूर्व अभिनेत्री जे. जयललिता के जीवन पर यह फिल्म आधारित है। इसे 10 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज करने की प्लान बनाया जा रहा है। होने के लिए तैयार है। इस फिल्म को हिंदी, तमिल और तेलुगू में रिलीज किया जाएगा।
इस सम्ंबध में कंगना ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर जानकारी दी। इसी के साथ दर्शकों के लिए अभिनेत्री ने खबर के साथ फिल्म का एक पोस्टर भी साझा किया है। इसे पोस्ट करते हुए कंगना ने लिखा है कि इस प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की कहानी केवल बड़े पर्दे पर ही देखने लायक है। हैशटैग थलाइवी के लिए मार्ग प्रशस्त करें। वह सिनेमा की दुनिया में एक सुपरस्टार की प्रविष्टि करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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थलाइवी 10 सितंबर को सिनेमा घरों में आ रही है। बता दें कि दिवंगत जयललिता के जीवन पर आधारित ‘थलाइवी’उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं व पक्षों को प्रदर्शित करती है। एक छोटी सी उम्र में एक अभिनेत्री के रूप में उनकी यात्रा तमिल सिनेमा का चेहरा बना। इसी के साथ तमिलनाडु की राजनीति में उनकी छवि को क्रांतिकारी नेता के रूप में उजागर कर दिया, जिससे उनके जीवन को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। बता दें कि गोथिक एंटरटेनमेंट और स्प्रिंट फिल्मों के सहयोग से विब्री मोशन पिक्चर्स, कर्मा मीडिया एंटरटेनमेंट और जी स्टूडियो द्वारा ‘थलाइवी’ को प्रस्तुत किया जा रहा है। इसके निर्माता व सह निर्माता विष्णु वर्धन इंदुरी, शैलेश आर सिंह, हितेश ठक्कर, थिरुमल रेड्डी, बृंदा प्रसाद हैं।
कोरोना महामारी के कम केस से खुश हैं निर्माता
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्माता विष्णु वर्धन इंदुरी ने कहा कि ‘थलाइवी’ने हर मोड़ पर शाश्वत अनुभवों के साथ एक व्यापक यात्रा तय की है। कोरोना महामारी के केस कम होते ही देश भर के थिएटर फिर से खुल रहे हैं। इससे हम बहुत उत्साहित हैं। क्योंकि फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज किया जा सकेगा और प्रशंसक सिल्वर स्क्रीन पर लीजेंड के जीवन के भव्य अनुभव का आनंद ले सकेंगे। इंदुरी ने यह भी बताया कि जयललिता हमेशा सिनेमा जगत से जुड़ी रही हैं। उनकी कहानी को बड़े पर्दे पर जीवंत करने का एकमात्र उद्देश्य इस महान किंवदंती व क्रांतिकारी नेता को श्रद्धांजलि देना है।