Lord Krishna Temple: देश के इस मंदिर में दुबले हो जाते हैं भगवान श्रीकृष्ण! जानें क्या है सच्चाई
Kerala Lord Krishna Temple: ये तो लगभग सभी लोग जानते हैं कि भारत के हर शहर, मोहल्ले और गांव में कोई न कोई प्राचीन मंदिर है और उसकी इतिहास भी बहुत खास होता है. इसी के साथ ही इन मंदिरों से तमाम मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. तो वहीं देश के तमाम मंदिर ऐसे भी हैं जो विदेशी सैलानियों को भी आकर्षित करते हैं. कई मंदिर रहस्यमयी मंदिर भी देश के तमाम हिस्सों में है और इसकी अलग-अलग कहानी है. इसी तरह एक मंदिर भगवान कृष्ण का भी है. इस मंदिर को लेकर हैरान करने वाली बात ये है कि यहां कान्हा जी की मूर्ति दुबली हो जाती है.
सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर के मुताबिक, यह मंदिर केरल के कोट्टायम जिले के तिरुवरप्पु में स्थित है और इसका नाम तिरुवरप्पु श्रीकृष्ण मंदिर है. यहां पर देश विदेश से भक्त पहुंचते हैं. मान्यता है कि ये मंदिर करीब 1500 साल पुराना है. यहां के लोगों का ऐसा मानना है कि इस मंदिर का निर्माण किसी ने भी नहीं कराया. बल्कि भगवान कृष्ण ने ही इस मंदिर को बनाया था. इस मंदिर की स्थापना के बाद से ही इसे चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर के रूप में जाना जाता है.
जानें क्या है इसकी कहानी
मंदिर को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है कि इस मूर्ति की स्थापना वनवास के दौरान पांडवों ने की और वही उसकी पूजा-पाठ करते थे. मान्यता है कि जब वनवास समाप्त होने के बाद पांडव वापस लौट रहे थे तो मछुआरों ने भगवान कृष्ण की मूर्ति को छोड़कर जाने को कहा था लेकिन मछुआरे मूर्ति की नियम के अनुसार सेवा नहीं कर पाए, इसके बाद उसे विसर्जित कर दिया गया. बाद में यह मूर्ति केरल के एक ऋषि विल्वमंगलम स्वामीयार को नाव से यात्रा के दौरान नदी में मिली और उन्होंने इसे एक वृक्ष के नीचे रख दिया और फिर जब इसे दोबारा उठाने की कोशिश तो वह नहीं उठी और फिर मूर्ति को इसी स्थान पर स्थापित कर दिया गया.
जानें क्या है मान्यता ?
इस मूर्ति के दुबला होने के पीछे की मान्यता है कि भगवान कृष्ण को बहुत भूख लगती है, इसलिए उन्हें दिन में करीब 10 बार भोग लगाया जाता है अगर किसी वजह से भोग लगने में देरी हो जाए या कुछ समय लग जाए तो मूर्ति का वजन घट जाता है. ऐसे में वह दुबली प्रतीत होती है.