तो इसलिए कांग्रेस नहीं बना सकी खुशी दुबे की मां को अपना उम्मीदवार, जानें यह बड़ी वजह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 (UP ASSEMBLY ELECTION-2022) के लिए कांग्रेस को जेल में बंद खुशी दुबे की मां का नाम इसलिए हटाना पड़ा क्योंकि उनका नाम वोटर लिस्ट से ही काट दिया गया है। ये कहना है कांग्रेस महासचिव के पीएस संदीप सिंह का। उन्होंने बताया कि नेहा तिवारी, ख़ुशी दुबे की बहन है। ख़ुशी की माँ गायत्री तिवारी का लास्ट मिनट पर वोटर लिस्ट से नाम काट दिया गया। जबकि वह पिछले कई चुनाव से वहाँ वोट करती चली आ रही हैं। बहुत प्रयास करने के बाद भी उनका नाम नहीं जुड़ा। इस वजह से गायत्री तिवारी का नाम हटाकर उनकी बेटी व खुशी की छोटी बहन नेहा तिवारी को उनकी जगह पर उम्मीदवार बनाया गया है।
मालूम हो कि 31 जनवरी को कांग्रेस ने अधिकारिक रूप से गायत्री तिवारी के नाम की घोषणा की थी, लेकिन एक फरवरी की दोपहर में ही उनका नाम हटाकर उनकी दूसरी बेटी नेहा तिवारी के नाम की घोषणा कर दी। इसके बात से तमाम कयास लगाए जा रहे थे, कि आखिर कांग्रेस ने अपना फैसला कैसे बदल दिया। हालांकि पहले इस सम्बंध में पार्टी के जिम्मेदार कोई बयान नहीं दे सके थे, लेकिन बाद में संदीप सिंह का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि गायत्री तिवारी का नाम वोटर लिस्ट में न होने के कारण ही उनका नाम हटाना पड़ा। उधर मीडिया सूत्रों की माने तो गायत्री ने इसलिए अपना नाम वापस लिया, क्योंकि उनको महसूस हुआ कि वह जोरदार प्रचार नहीं कर सकेंगी। उनके परिवार के एक सदस्य ने बताया कि हम ऐसा कुछ नहीं करना चाहते जिससे खुशी की रिहाई के लिए हमारी लड़ाई कमजोर पड़ जाए। नेहा चुनाव लड़ने और खुशी के मुद्दे को उठाने के लिए बेहतर स्थिति में हैं। नेहा खुशी की छोटी बहन है। बता दें कि गायत्री तिवारी को कांग्रेस ने कानपुर जिले के कल्याणपुर विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया था, जिस पर अब नेहा तिवारी चुनाव लड़ेंगी। बता दें कि कल्याणपुर सीट पर अभी तक भाजपा की महिला विधायक काबिज थीं।
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