लखनऊ विश्वविद्यालय ने शुरू किया प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान में नया पाठ्यक्रम, जाने अंतिम तारीख और क्या हैं रोजगार के अवसर, इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे छात्रों के लिए सुनहरा मौका
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में इस सत्र (2022-23) से यौगिक अध्ययन संस्थान के अंतर्गत एक नया पाठ्यक्रम प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान में स्नातक ( Bachelor in Naturopathic and Yogic Science-BNYS) का 05 -1/2 वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है, जिसके आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जो कि लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in पर उपलब्ध है।
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बता दें कि इस प्रोफेशनल पाठ्यक्रम के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 02 अप्रैल 2022 से शुरू की जा चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 31 मई 2022 है। BNYS में प्रवेश लेने के लिए जीव विज्ञान विषय के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होना आवश्यक है। प्रवेश, प्रवेश परीक्षा की मेरिट से होगा। जो छात्र इस वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे हैं वह भी आवेदन करके प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। प्रवेश के समय छात्र की उम्र 17 वर्ष से कम नही होनी चाहिए।
इस पाठ्यक्रम की सीट संख्या 60 हैं। पूरे पाठ्यक्रम के दौरान छात्र एवं छात्राओं को 04 वर्ष की पढ़ाई करनी होगी। सेमेस्टर समाप्ति के बाद एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी। इस प्रकार यह पाठ्यक्रम 05 वर्षीय हैं। बीएनवाईएस का पाठ्यक्रम चिकित्सा विज्ञान से सम्बन्धित तो है ही एवं रोजगारपरक हैं। इसमें शरीर की बनावट, शरीर की क्रियाविधि, रोग के दौरान शरीर में होने वाले परिवर्तन तथा रोग पहचानने के प्राकृतिक तरीकों जैसे-
मुखाकृति विज्ञान, कनीनिका निदान का अध्ययन कराया जाएगा। चूंकि मनुष्य का शरीर पंच तत्वों (हवा, पानी, पृथ्वी, अग्नि, आकाश) से बना हैं प्राकृतिक चिकित्सा में शरीर में असामान्यता आने पर इन्ही तत्वों से उपचार का प्राविधान हैं। पाठ्यक्रम के दौरान जलचिकित्सा, मिट्टी चिकिसा, सूर्य किरण चिकित्सा, आहार चिकित्सा, उपवास चिकित्सा, तथा कल्प विषयों पर गहन शिक्षण प्रदान किया जाएगा। आधुनिक जीवन शैली के कारण उत्पन्न होने वाले रोग जैसे- उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अनिद्रा, मोटापा, अस्थमा, गठिया, तनाव, पेट के रोग यह प्रमुख हैं जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए चुनौती है और यह बीमारियां स्वास्थ्य के स्तर को कम करती है और व्यक्ति और समाज को आरोग्यता से दूर ले जाती है जीवन शैली जनित रोगों पर सेमेस्टर वाइज शिक्षण प्रदान किया जाएगा।
प्राकृतिक चिकित्सा में रोजगार के कई अवसर उपलब्ध है। इस कोर्स को उत्तीर्ण करने के बाद स्वरोजगार रखते हुए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की क्लीनिक प्रारम्भ की जा सकती है तथा भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार तथा अन्य प्रदेशों की आयुष से सम्बंधित परियोजनाओं में अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार नियुक्ति पाई जा सकती है।
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