Chandra Grahan 2024: होली पर लगने जा रहा है साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों के बहुरेंगे दिन
Lunar Eclipse 2024: इस बार होलिका दहन 24 को है तो 25 मार्च को रंग खेला जाएगा और इसी दिन साल का पहला चंद्रग्रहण (Chandra Grahan 2024) पड़ रहा है. इस चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 10 बजकर 23 मिनट से होगी। वहीं इसका समापन दोपहर 03 बजकर 02 मिनट पर होगा। हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं देखाई देगा. इसलिए इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा लेकिन शास्त्रों की मान्यता है कि चंद्र ग्रहण चाहे दिखे या न दिखे लेकिन इस खगोलीय घटना का प्रभाव सभी राशियों पर जरूर होता है। कुछ राशियों पर ग्रहण का शुभ प्रभाव तो कुछ राशियों पर इसका अशुभ प्रभाव भी पड़ता है. यहां ज्योतिषाचार्य सुशील शास्त्री चंद्रग्रहण के प्रभाव से किन राशियों के अच्छे दिन शुरू होंगे, इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं.
मेष राशि
मेष राशि के जातकों को साल का पहला चंद्र ग्रहण लाभ पहुंचाने वाला होगा. जो भी योजना आपने सोची होगी वो सफल होगी. आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार इस समय आपको सभी काम में सफलता मिलने की उच्च संभावना बनती हुई दिख रही है। साथ ही आप अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ते बनाए रखने में कामयाब होंगे.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए भी ये चंद्रग्रहण सकारात्मक साबित होने वाला है. यदि आप लंबे समय से कोई वाहन और प्रापर्टी खरीदने की सोच रहे थे तो इस समय खरीद सकते हैं। चंद्र ग्रहण के शुभ प्रभाव से आपको मान-सम्मान और प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी. साथ ही इस अवधि में आप धन की वचत करने में भी सफल रहेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए भी ये चंद्र ग्रहण शुभ साबित हो सकता है। इस समय बेरोजगार लोगों को नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। आपकी वाणी में प्रभाव देखने को मिलेगा, जिससे लोग आपसे प्रभावित होंगे। इस दौरान आपको पार्टनरशिप के काम में अच्छी सफलता मिल सकती है। इसी के साथ ही आप अपनी कुंडली के मुताबिक अपने ज्योतिष से भी इस सम्बंध में सलाह ले सकते हैं.
जानें कहां दिखेगा पहला चंद्र ग्रहण?
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, होली के दिन यानी 25 मार्च को लगने वाले पहले चंद्र ग्रहण को इंग्लैंड, आयरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, बेल्जियम, हॉलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे, जर्मनी, इटली, फ्रांस, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस, प्रशांत, अफ्रीका,आर्कटिक, अटलांटिक और अंटार्कटिका के हिस्सों में देखा जा सकेगा।
DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)