RAKSHABANDHAN-2021: अगस्त 1547 के बाद इस रक्षाबंधन पर बना ग्रहों का अद्भुत संयोग, देखिए क्या होगा लाभ
अर्चना शुक्ला। इस बार श्रावणी पूर्णिमा पर 474 साल बाद अद्भुत संयोग बन रहा है। 22 अगस्त 2021 को जो ग्रहों की स्थिति बन रही है, वैसी ही ग्रहों की स्थिति 11 अगस्त 1547 को बनी थी। दूसरे चूंकि इस दिन रविवार पड़ रहा है, इसलिए इन ग्रहों की स्थिति और भी मजबूत हो जाती है, क्योंकि सभी ग्रहों का राजा सूर्य होता है और रविवार भी सूर्य का दिन है। इसलिए इस दिन सूर्य के पसंद के रंग का इस्तेमाल कर रक्षाबंधन के पर्व को मनाएं तो वर्ष भर फायदे ही फायदे मिलेंगे और कर्ज के साथ मर्ज में भी लाभ मिलेगा।
ज्योतिषाचार्य व वास्तुविद् पंडित दीपक पाण्डेय ने बताया कि इस दिन पर पड़े संयोग को लेकर दावा करते हैं कि जो संयोग इस बार बना है, ठीक ऐसा ही संयोग 474 साल पहले 11 अगस्त 1547 को पड़ा था। इस बार श्रावणी पूर्णिमा, (22 अगस्त 2021) को सायंकाल 5. 32 मिनट तक पूर्णिमा है, शाम 7 बजकर 40 मिनट तक घनिष्ठा नक्षत्र है, जिसको मिलाकर शोभन योग बना रहा है। सोने पर सुहागा का काम किया है भुवन भाष्कर सूर्य के दिन रविवार ने। अर्थात रविवार को पड़े रक्षाबंधन ने इस अद्भुत संयोग पर और भी चार चांद लगा दिए हैं। इसलिए अगर आप अपने घर-परिवार की आर्थिक रूप से तरक्की चाहते हैं व अन्य लाभ भी चाहते हैं तो इस दिन सबसे पहले भगवान विष्णु को राखी बांधें, इसके बाद भाइयों को नारंगी अथवा लाल रंग की राखी बांधें।
ये होगा लाभ
474 साल बने संयोग के दिन अगर आप विधि पूर्वक इस त्योहार को मनाते हैं तो कर्ज के साथ ही मर्ज में भी लाभ मिलेगा। साथ ही फर्ज निभाने की शक्ति भी मिलेगी, लेकिन त्योहार की शुरूआत भगवान सूर्य को जल चढ़ाकर व पूजा करने के बाद भगवान विष्णु को राखी बांधकर ही करें। हो सके तो अधिक से अधिक इस्तेमाल नारंगी व लाल रंग का करें।