पेट्रोल छिड़क कर बड़ी संख्या में लोग कर रहे थे प्रदर्शन…किसी ने पीछे से छुआ दी माचिस; फिर देखें क्या हुआ-Video
Bhopal Gas Tragedy: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और खुद पर पेट्रोल छिड़क रहे हैं. इसी बीच किसी ने माचिस छुआ दी और फिर जितने लोगों पर पेट्रोल पड़ा था सभी धू-धू कर जलने लगे. उनको जलता हुआ देख लोग भाग खड़े हुए तो कुछ लोगों की आग को बुझाने के लिए भीड़ के लोग प्रयास करते रहे.
यह घटना पीथमपुर से सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भोपाल के यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने के विरोध में लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान ये दिल दहलाने वाली घटना सामने आई. दरअसल प्रदर्शनकारी इस कचरे के संभावित खतरों के खिलाफ विरोध कर रहे थे. मालूम हो कि कई दिनों से भोपाल गैस त्रासदी का जहरीला कचरा, जो वर्षों से पर्यावरण और मानव जीवन के लिए खतरा बना हुआ है, उसे पीथमपुर के पास जलाने की योजना का विरोध किया जा रहा है. स्थानीय लोगों का मानना है कि इस कचरे को जलाने से हवा और पानी प्रदूषित हो सकते हैं, जिससे स्थानीय निवासियों का जीवन खतरे में पड़ सकता है. इसी बात को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता विरोध करने के लिए खड़े हो गए हैं.
भाई लोग सांकेतिक प्रदर्शन करने पहुंचे थे.
खुद पर पेट्रोल छिड़का, किसे ने आग लगा दी. pic.twitter.com/EgPseidkeF— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) January 3, 2025
तो वहीं प्रदर्शन के दौरान, दो युवकों ने विरोध करते हुए खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया. इसी बीच किसी ने पीछे से माचिस से आग लगा दी और फिर दोनों युवक जलने लगे. इस पर मौके पर मौजूद लोगों ने आग बुझाई और अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है.
क्या जानबूझकर किया किसी ने ये सब?
इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किया इसे जानबूझकर किया गया. क्यो किसी ने कोई षड्यंत्र किया या फिर ये मात्र एक लापरवाही है. फिलहाल इस घटना को लेकर जांच की मांग की गई है.
मानव सुरक्षा के लिए कह रहे हैं प्रदर्शन
सामाजिक संगठनों का कहना है कि हम सभी पर्यावरण और मानव सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रशासन लगातार असंवेदनशील बना हुआ है और लापरवाही कर रहा है. इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए जहरीले कचरे को जलाने की योजना पर प्रशासन को पुनर्विचार करना चाहिए. अगर प्रशासन ये फैसला वापस नहीं लेता है तो प्रदर्शन और भी उग्र होगा.
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