PM Modi UAE: यूएई के पहले हिंदू मंदिर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, वीडियो में देखें भव्यता, राष्ट्रपति नाहयान ने भारत के प्रधानमंत्री से कहा था, “जिस जमीन पर तुम लकीर खींच दोगे, मैं वो दे दूंगा”
PM Modi UAE: यूएई के पहले हिंदू मंदिर का भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रोच्चारण के बीच उद्घाटन किया है. बसंत पंचमी यानी 14 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम में फिल्मी सितारों के साथ ही देश-विदेश की बड़ी हस्तियां पहुंचीं. तो वहीं राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित अबूधाबी के पहले हिंदू मंदिर की भव्यता के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. यह मंदिर अपनी भव्यता से दुनियाभर के लोगों को आकर्षित कर रहा है। 27 एकड़ में बना 108 फुट ऊंचा यह मंदिर वास्तुशिल्प का चमत्कार माना जा रहा है। मंदिर का नाम बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) है.

मंदिर में संतों के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने पूजा अर्चना की। अबू धाबी स्थित मंदिर का पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। दुनिया भर की कई बड़ी हस्तियां इस वक्त कार्यक्रम में मौजूद है। अभिनेता अक्षय कुमार भी समारोह में शिरकत करने पहुंच गए हैं। तो वहीं सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल मंदिर उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने अबूधाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में सम्बोधित किया. अहलान मोदी कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि, बीते 10 वर्षों में UAE की ये मेरी 7वीं यात्रा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति नाहयान आज भी मुझे एयरपोर्ट पर रिसीव करने आए थे. उनकी गर्मजोशी वही थी. उनका अपनापन वही था. यही बात उन्हें खास बना देती है. इसी के साथ ही पीएम ने कहा कि, 2015 में मैने आबूधाबी में मंदिर का एक प्रस्ताव रखा था. इस पर उन्होंने तुरंत हां कर दी थी और कहा था कि, जिस जमीन पर तुम लकीर खींच दोगे, मैं वो दे दूंगा. इसी के साथ पीएम ने कहा कि आज मैं अपने परिवार से मिलने के लिए आया हूं.
जानें कितना भव्य है ये मंदिर
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, BAPS (बाप्स) हिंदू मंदिर अबू धाबी में “अल वाकबा” नाम की जगह पर 20 हजार वर्ग मीटर की जमीन पर बनाया गया है. इस मंदिर के निर्माण के लिए 700 करोड़ रुपए की लागत मानी जा रही है और यह पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है. इस बाप्स हिंदू मंदिर में पिरामिट की आकृति वाले 12 गुंबद, 7 शिखर, 410 स्तंभ या खंभे हैं तो वहीं मंदिर की ऊंचाई 180 फीट, लम्बाई 262 फीट और चौड़ाई 108 फीट है. इसके निर्माण के लिए 30 हजार नक्काशीदार पत्थर के टुकड़े लगाए गए हैं. इसी के साथ ही मंदिर की दीवारों पर 250 से अधिक कहानियों को मूर्तियों के द्वारा समझाया गया है. मंदिर के बाहरी हिस्सा राजस्थान से लाए गए 15 हजार टन गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाए गए हैं. बता दें कि राजस्थान के पत्थरों को 5 हजार कुशर कारीगरों द्वारा बहुत ही सावधानी पूर्वक तराशा गया है और फिर 30 हजार से अधिक नक्काशीदार टुकड़े इस पत्थर से तैयार किए गए और फिर इन टुकडों के इस्तेमाल से ही मंदिर का निर्माण किया गया है.
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