पंजाब को मिला पहला दलित मुख्यमंत्री, चरणजीत सिंह चन्नी ने ली शपथ, दो उपमुख्यमंत्री भी चुने गए, मायावती ने कहा कांग्रेस का यह चुनावी हथकंडा
चंडीगढ़। सोमवार को पंजाब के नवनियुक्त सिख मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने आयोजित एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ ही दो उपमुख्यमंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस बार कांग्रेस में पंजाब में दलित कार्ड खेलते हुए चन्नी को मुख्यमंत्री तो उपमुख्यमंत्रियों के तौर पर एक जाट सिख सुखजिंदर सिंह रंधावा और दूसरे हिंदू समुदाय से ओपी सोनी को चुना है। ये दोनों नेता पिछली अमरिंदर सिंह सरकार के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद से चुने गए हैं। तो उधर मायावती ने कहा है कि कांग्रेस का यह चुनावी हथकंडा है। आगामी चुनाव को देखते हुए दलित मुख्यमंत्री बनाया है। कांग्रेस को आज भी दलितों पर भरोसा नहीं है। तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चन्नी को बधाई दी है।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह लगभग समाप्त होने के बाद राहुल गांधी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह समारोह में शामिल ही नहीं हुए। बता दें कि शनिवार को बड़े फेरबदल के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद रविवार को कांग्रेस ने एक बड़ा दांव खेलते हुए दलित नेता चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की थी। उसी क्रम में सोमवार को चन्नी ने मुख्यमंत्री पद व गोपनीयता की शपथ ली। पार्टी से नाराज चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने 58 वर्षीय चरणजीत सिंह चन्नी को रविवार को बधाई देते हुए कहा था कि मेरी शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि वह पंजाब के सीमावर्ती राज्य को सुरक्षित रखने और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे से हमारे लोगों की रक्षा करने में सक्षम होंगे।
पद की शपथ लेने से पहले चन्नी गए थे गुरुद्वारा
शपथ ग्रहण समारोह में जाने से पहले मनोनीत मुख्यमंत्री अपने गृह क्षेत्र चमकौर साहिब स्थित गुरुद्वारा कटालगढ़ साहिब में मत्था टेकने पहुंचे थे। चन्नी के साथ उनका परिवार भी था। बता दें कि रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से चन्नी तीन बार के विधायक हैं। चन्नी 2012 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और निवर्तमान कैबिनेट में तकनीकि शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजगार सृजन और पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के विभागों को संभाल रहे थे। बता दें कि चन्नी दलित सिख (रामदसिया सिख) समुदाय से आते हैं और वह अमरिंदर सिंह की सरकार में तकनीकि शिक्षा मंत्री थे।
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