जब राष्ट्रवाद चरम पर पहुंच जाता है तो युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है. कभी-कभी तो देशों के बीच आर्थिक प्रतिस्पर्धा या फिर धार्मिक मदभेद भी युद्ध का कारण बनते हैं.