Lucknow: फोन पर कोई दे इस तरह धमकी तो बिल्कुल भी न डरें…साइबर जालसाजों ने NRI बहनों को डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों ठगे; रिटायर बैंक मैनेजर को भी बनाया निशाना

December 5, 2024 by No Comments

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Lucknow: साइबर जालसाज लगातार भोले-भाले लोगों को निशाना बना रहे हैं और डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर से सामने आया है. यहां रहने वाली 70 वर्षीय सुमन कक्कड़ (NRI) और उनकी बहन को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा। दोनों बहनों को जेट एयरलाइंस के मालिक नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस और आतंकियों के खाते में क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन का हवाला देकर इस तरह डराया कि वो अपनी सुधबुध ही खो बैठीं और आजीवन कारावास की सजा कराने की धमकी मिलने के बाद ही दोनों के बैंक खातों से और एफडी तुड़वा कर 1,87,97,047 रुपये ठग लिए।

इसी तरह एक अन्य मामले में ऐशबाग में रहने वाले सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी प्रभात कुमार श्रीवास्तव को भी मनी लांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर जालसाजों ने एक करोड़ दो लाख रुपये ठग लिए.

फिलहाल साइबर थाने में दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस मामलें में इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना ब्रजेश कुमार यादव ने मीडिया को बताया कि सुमन कक्कड़ इंदिरानगर हलवासिया उत्सव एंक्लेव में रहती हैं और उनकी छोटी बहन विनय थपलियास भी उनके साथ ही रहती है. दोनों के पास कनाड़ा की भी नागरिकता है और उनके बच्चे भी वहीं रहते हैं। हाल ही में दोनों यहां रहने के लिए आई थीं।

सुमन ने बताया कि 25 नवंबर की सुबह करीब 10 बजे उनके वाट्सएप पर वीडियो कॉल आयी। इस पर उन्होंने फोन रिसीव किया तो उधर से एक व्यक्ति ने कहा कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच से अभिषेक चौहान बोल रहा है। उसने आगे कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से 1,13,126 रुपये जेट एयरलाइंस के मालिक नरेश गोयल के खाते में ट्रांसफर हुए हैं। नरेश गोयल पर मनी लांड्रिंग केस में जांच चल रही है और अब आप भी उसमें आरोपित हैं।

धमकी देने वाले ने ये भी कहा कि इन रुपयों का प्रयोग आतंकी गतिविधियों में हुआ है। इससे आपको आजीवन कारावास हो सकती है। इस संबंध में जांच की जाएगी। जांच पूरी होने तक आपको किसी से कोई संपर्क नहीं करना होगा और लगातार फोन पर बनी रहिए। पीड़ित बहनों ने बताया कि अभिषेक वीडियो कॉल चैट से बातचीत करता रहा। तो वहीं इसी दौरान छोटी बहन आयी। चूंकि वह रोजाना खाने के लिए आती थी। हम साथ में खाना खाते हैं।

इस पर अभिषेक ने पूछा कि यह कौन है। इस पर मैने उसे बताया तो उसने कहा कि उनको कुछ मत बताना। जाकर खाना दे दो फिर कमरे में आ जाओ फोन मत काटना। बहन को खाना देकर फिर वीडियो कॉल पर आ गई। कुछ देर बाद खाना खाकर बहन भी कमरे में अचानक आ गई। तो अभिषेक ने उसका नाम पूछा। इस पर उसने अपना नाम बता दिया. इस पर आरोपी ने कहा कि आपकी रिश्तेदार हैं इसलिए इनको भी अरेस्ट किया जाएगा।

विनय थपलियाल का भी नाम है। पीड़िता ने बताया कि इस तरह से उसने बहन को भी डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इस पर वह इतनी डर गईं कि उनको कुछ समझ में ही नहीं आय़ा कि उनके साथ क्या हो रहा है. इसी दौरान जालसाज के मांगने पर उन्होंने उसे बैंक खातों की डिटेल दे दी. इस पर उसने कहा कि जांच के दौरान जो भी कहा जाए वह करती रहिए। आप दोनों के बैंक खातों और एफडी में जो रुपया है उसकी जानकारी ली जाएगी। ट्रांसफर भी कराया जाएगा। जांच पूरी होने पर सारा रुपया आपको वापस कर दिया जाएगा। इस तरह से जालसाजों ने आरटीजीएस और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से 28 नवंबर तक 10 से अधिक खातों में 1,87,97047 रुपये ट्रांसफर करा लिए।

चार राज्यों के कई खातों में ट्रांसफर हुआ रुपया

इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार यादव ने इस मामले में आगे बताया कि जांच में जानकारी सामने आई है कि रुपया चार राज्यों के कई खातों में ट्रांसफर हुआ है। फिलहाल सुमन और उनकी बहन द्वारा जालसाजों के खातों में ट्रांसफर की गई रकम में से 25 लाख रुपये फ्रीज करा लिए गए हैं। बैंक खातों की डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जालसाजों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर से भी ठगी

इसी तरह से साइबर जालसाजों ने ऐशबाग तिलकनगर में रहने वाले सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर प्रभात कुमार को भी अपना निशाना बनाया और उनको तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर घर में रखा। इसके बाद उनको इतना डरा दिया कि उनके बैंक खातों और एफडी तुड़वाकर एक करोड़ दो लाख रुपये ठग लिए। घटना को लेकर प्रभात श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि वह भी घर पर अकेले ही रहते हैं। दोनों बेटे बाहर नौकरी करते हैं।

प्रभात ने बताया कि 26 नवंबर को उनके पास वीडियो कॉल आयी और उधर से एक शख्स ने बताया कि वह सीबीआई अफसर अजय कुमार बंसल है। इसके बाद उसने कहा कि मनी लांड्रिंग केस में आपके आधार कार्ड का प्रयोग हुआ है। इसलिए हमे गोपनीय जांच आपके बैंक खातों की करनी है और इसी के साथ ही उसने ये भी कहा कि जांच पूरी न होने तक आपको डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। साथ ही धमकी दी कि अगर किसी से आपने कुछ भी बताया तो ठीक नहीं होगा। बस आप जो जानकारी मांगी जा रही उसे देते जाइए।

इसके बाद फोन वाले ने अजय कुमार बंसल से उनके बैंक खातों और एफडी की पूरी जानकारी ले ली. फिर 29 नवम्बर तक दो बैंक खातों में तीन दिन में एक करोड़ दो लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद फोन काटते हुए कहा कि हम जांच पूरी करने के बाद आपको सूचना देते हैं लेकिन पलट कर करीब दो घंटे तक जालसाजों का फोन नहीं आया। इ पर प्रभात ने कॉल बैक की तो फोन ही नहीं लगा. इसके बाद जब बेटों को बताया तो उनको ठगे जाने का अहसास हुआ. फिलहाल उन्होने मामला दर्ज करा दिया है.

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