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MONKEYPOX:मंकीपॉक्स को लेकर WHO ने दुनिया भर को दी चेतावनी, यौन सम्बंध को भी बताया जा रहा है बड़ा कारण, जानें क्या मंकीपॉक्स का कोरोना महामारी से है कोई कनेक्शन, देखें रुकेगा कैसे और पुरुष ही क्यों है गिरफ्त में
नई दिल्ली। कोरोना महामारी (corona epidemic) के बाद मंकीपॉक्स (monkeypox) ने पूरी दुनिया को डराना शुरू कर दिया है। इस सम्बंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बयान जारी करते हुए दावा किया है कि मंकीपॉक्स संक्रमण का वर्तमान प्रकोप प्रमुख रूप से पुरुषो में सेक्स के जरिए फैल रहा है। 7 मई को इसका पहला केस ब्रिटेन से सामने आया था और अब तक करीब एक दर्जन से अधिक देश इससे प्रभावित हो चुके हैं। WHO ने दुनिया भर को चेतावनी दी है कि यह संक्रमण और अधिक देशों में फैल सकता है। इसी के साथ यह भी कहा है कि करीब 200 पुष्ट व संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल इससे ग्रसित किसी भी व्यक्ति के मौत की सूचना सामने नहीं आई है।
देखें क्या कहा है चेचक अनुसंधान ने WHO के चेचक अनुसंधान (smallpox research) को संचालित करने वाले रोसमंड लुईस (ROSAMUND LEWIS) ने स्वास्थ्य से सम्बंधित सोशल मीडिया चैनलों पर इस मामले में सवालों के जवाब देते हुए लाइव स्ट्रीम में कहा है कि हमने गत पांच वर्षों में यूरोप में कुछ मामलों को केवल यात्रियों में देखा है, लेकिन यह पहली बार है, जब कई देशों में एक ही समय में लोगों में मंकीपॉक्स के मामले देखने को मिल रहे हैं।
किसी पर भी हमला बोल सकता है मंकीपॉक्स सीएनबीसी की रिपोर्ट को अगर माने तो WHO के अधिकारियों ने दावा किया है कि वायरस खुद यौन संचारित संक्रमण (transmitted infection ) नहीं है, जो कि वीर्य और यौनि के तरल पदार्थों के माध्यम से फैलता है, बल्कि इसके मामलों में सबसे अधिक वृद्धि उन पुरुषों में देखने को मिली है जो अन्य पुरुषों से यौन सम्बंध बनाते हैं। मंकीपॉक्स किसी भी इंसान को अपनी गिरफ्त में ले सकता है।
सेक्स के दौरान सीधे सम्पर्क में आने से फैल रहा मंकीपॉक्स HIV, हेपेटाइटिस सहित अन्य यौन संचारित संक्रमणों पर WHO को सलाह देने वाले एंडी सील (ANDY SEALE) के बयान के हवाले से बताया गया है कि यौन सम्पर्क के माध्यम से कई बीमारियां फैल सकती हैं। अर्थात यौन सम्पर्क के माध्यम से किसी को भी खांसी या सर्दी हो सकती है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि यह एक यौन संक्रमित बीमारी है। हालांकि मंकीपॉक्स को पहले भी यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection ) के रूप में परिभाषित नहीं किया है, लेकिन यह सेक्स के दौरान सीधे सम्पर्क में आने से जरूर फैल सकता है। तो वहीं बीबीसी ने दावा किया है कि यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (European Center for Disease Prevention and Control virus) ने इस बात की पुष्टि की है कि व्यापक आबादी में इसके प्रसार की संभावना बहुत कम है।
कई लोगों से यौन सम्बध रखने से बढ़ रही है मंकीपॉक्स की सम्भावना ECDC की एंड्रिया अम्मोन (ANDREA AMMON) ने दावा किया है कि इस संक्रमण का संचरण (TRANSMISSION) प्रमुख रूप से “निकट सम्पर्क के माध्यम से” हो रहा है। जैसे- कई लोगों से यौन सम्बंध रखने वाले व्यक्ति से यौन गतिविधियों के दौरान इसकी सम्भावना अधिक हो जाती है। WHO ने यह भी जानकारी हासिल की है कि अफ्रीका के बाहर के देशों में भी मंकीपॉक्स पाया जा सकता है, जहां अभी तक वायरल का पता नहीं चल सका है।
मंकीपॉक्स की तुलना नहीं की जा सकती कोरोना महामारी से WHO की उभरती हुई बीमारियों की विशेषज्ञ मारिया वान केरखोव ने हाल ही में मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा था कि यह एक नियंत्रण में रहने वाली स्थिति है। इसी के साथ उन्होंने यूरोप और उत्तरी अमेरिका में हाल के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि हम मानव से मानव संचरण (human transmission) को रोकना चाहते हैं। ऐसा गैर-स्थानिक देशों में किया जा सकता है। मंकीपॉक्स लोगों में आसानी से नहीं फैलता और इसकी तुलना कोरोना वायरस महामारी से नहीं की जा सकती है।
त्वचा से त्वचा में हो रहा है संचरण इस सम्बंध में वैन केरखोव ने कहा है कि अगर देखा जाए तो संचरण वास्तव में त्वचा से त्वचा के सम्पर्क से हो रहा है। जो मंकीपॉक्स से प्रभावित लोग हैं, उनमें से अधिकांश में हल्की बीमारी भी देखी गई है। WHO ने यह भी कहा है कि इसके कहीं भी सबूत नहीं मिले हैं कि मंकीपॉक्स वायरस उत्परिवर्तित (mutated ) हुआ है। इसी के साथ लुईस ने दावा किया है कि इस समूह के वायरस म्यूटेंट नहीं होते बल्कि काफी स्थिर होते हैं।
देखें क्या दिया गया है सुझाव इस सम्बंध में विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि दुनिया भर के देशों को स्मालपॉक्स के टीके (smallpox vaccines) की उपलब्धता की समीक्षा करनी चाहिए, जो मंकीपॉक्स के खिलाफ भी प्रभावशाली हो।