रविवारी सप्तमी आज: इस तरह करें भगवान सूर्य की पूजा, दूर होगी घातक बीमारी, न खाएं नमक
इस बार 29 अगस्त को रविवारी सप्तमी पड़ रही है। आचार्य विनोद मिश्र बताते हैं कि इस दिन बिना नमक का भोजन करना चाहिए। इसी के साथ बरगद के पेड़ की 108 परिक्रमा करें। रविवार का दिन होने के कारण सूर्य का पूजन जरूर करें। अर्घ्य दें व भोग लगाएँ साथ ही दान-पुण्य भी करें। तिल के तेल का दीपक सूर्य को दिखाएँ साथ ही नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करें। ऐसी मान्यता है कि घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य इस मंत्र को पढ़े और विधि-विधान से पूजन करे तो बीमारी दूर होती है।
“जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महाद्युतिम,
तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर।।”
इन तिथियों की विशेष है मान्यता
मंत्र जप एवं शुभ संकल्प के लिए सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी को विशेष तिथि माना गया है। शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय (10) में दिया गया है कि ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर होती है। इसलिए इन दिनों में किया गया जप-ध्यान, स्नान, दान व श्राद्ध अक्षय हो जाता है।
रविवारी सप्तमी का ये होता है लाभ
रविवार सप्तमी के दिन जप,ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल मिलता है, जैसा की सूर्य,चन्द्र ग्रहण में किए गए जप और ध्यान से मिलता है।
रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे, तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं।
अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे। इस दिन भगवान सूर्य की पूजन करना चाहिये।
ऐसे करें सूर्य भगवान की पूजा
इस दिन भगवान सूर्य को तिल के तेल का दीपक जला कर पूजा करनी चाहिए। साथ ही जल में चावल, शक्कर, गुड़ , लाल फूल या लाल कुमकुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।
ये भी पढ़ें
1-तृतीया को न खाएं परवल, बढ़ते हैं शत्रु: ब्रह्मवैवर्त पुराण