AKTU Startup Fair: दुर्गम एरिया में दवा पहुंचाकर ड्रोन बचाएगा मरीजों की जिंदगी और करेगा आर्मी की मदद, डिजिटल गमला नहीं खराब होने देगा पौधों को, अब दूध भी नहीं उबल कर गिरेगा बाहर, गृहणियों को मिलेगी राहत, देखें पूरी जानकारी
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में शनिवार को इनोवेशन हब की ओर से स्टार्टअप संवादः यूपी स्टार्टअप चैलेंज एंड एक्स्पो का आयोजन किया गया, जिसमें डिलवरी ड्रोन ने पहला स्थान हासिल किया। इस मौके पर आए एक से बढ़ कर एक नए आइडिया और मॉडलों ने जजों का दिल जीत लिया। आम जनमानस के काम में आने वाले आइडियो को अब मूर्त रूप देने का काम एकेटीयू करेगा। इस मौके पर 60 स्टार्टअप ने हिस्सा लेकर अपने-अपने मॉडल और आइडिया को प्रस्तुत किया। बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग अरविंद कुमार मौजूद रहे।
एग्जिबिशन ने जीता सभी का दिल, प्रदेश के खुली नई राह
स्टार्टअप संवाद के दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये स्टार्टअप के लिए एग्जिबिशन भी लगाया गया था। करीब 60 स्टॉल पर स्टार्टअप का मॉडल लगाया गया था। जिसका निरीक्षण प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा, विशिष्ट अतिथि यूपीएलसी के एमडी कुमार विनीत, कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र सहित अन्य अतिथियों ने निरीक्षण किया। अतिथियों ने स्टार्टअप प्रोडक्ट की जानकारी भी ली। एग्जिबिशन में एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट लगे थे। किसी ने डिलेवरी ड्रोन बनाया है तो किसी ने मंदिर की राख का इस्तेमाल कर विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाये हैं।

टॉप 8 आइडिया को मिला पुरस्कार
कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले 60 स्टार्टअप ने अपने प्रोडक्ट का जूरी सदस्यों के सामने प्रस्तुतिकरण दिया। प्रस्तुति देखने के बाद जूरी ने ओवरऑल आठ स्टार्टअप का चयन किया। जिसमें से सामाजिक प्रभाव, कृषि या ग्रामीण विकास, ऊर्जा से संबंधित और नई तकनीकी में चार स्टार्टअप का चयन किया। जिन्हें 25-25 हजार रूपये का पुरस्कार दिया गया। वहीं सात ओवरऑल सात में से टॉप तीन को क्रमशः एक लाख, 75 हजार और 50 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा। जूरी सदस्यों में डॉ. एसपी मिश्रा, पीएस ओझा, सुधांशू रस्तोगी, वीके वर्मा, गौरव केडिया, डॉ. प्रियंका शर्मा, अभिषेक तिवारी, मनवीन चड्ढा, वैभव सक्सेना, प्रीति चौधरी और अजय सुमन शुक्ला मौजूद रहे।
देखें नए आइडिया
आपत्ति काल में ड्रोन से दवा पहुंचाना होगा आसान
शदाकत और उनकी टीम ने डिलेवरी ड्रोन बनाया है। इसकी खास बात यह रही कि यह ड्रोन करीब 160 किलोमीटर तक की दूरी काफी कम समय में तय कर आपात स्थिति में मरीज के पास दवाएं पहुंचाने में सक्षम है। यह ड्रोन खासकर दुर्गम एरिया के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

डिजिटल गमला से पौधे रहेंगे सुरक्षित
शिवांगी और उनकी टीम ने डिजिटल गमला तैयार किया है। खास ये है कि इस गमले में सेंसर लगे हुए हैं। जिससे कि पौधों को पानी, खाद आदि की जानकारी मिल सकेगी। साथ ही यदि पौधे को कोई रोग लग रहा है तो उसकी भी जानकारी हो जाएगी। इस गमले से पौधे पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे।
आर्मी के लिए खास है ड्रोन
व्योम राजन सिंह और उनकी टीम ने मिलकर आर्मी के लिए सुविधाजन ड्रोन बनाया है। यह बेहद छोटा ड्रोन 30 मिनट तक उड़ान भरने में सक्षम है। साथ ही इसमें लगा कैमरा रात में भी काम करेगा। यह पूरी तरह से जीपीएस से लैस है।
राख से बनाया आकर्षक मॉडल
ग्रेटर नोएडा के आकाश सिंह और उनकी टीम ने मंदिरों से निकलने वाली राख का प्रयोग कर विभिन्न प्रकार के आकर्षक मॉडल तैयार किये हैं। ये मॉडल इन्होंने जेल कैदियों को प्रशिक्षित कर उन्हीं से बनवाये हैं।
कचरे से बनाया गिफ्ट
अंकित त्रिपाठी और अतुल त्रिपाठी ने कचरे का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के इको फ्रैन्डली प्रोडक्ट बनाये हैं। जैसे, पर्स, बैग और अन्य तरह के गिफ्ट आइटम।
नाड़ी परीक्षण डिवाइस है खास
काजल श्रीवास्तव ने नाड़ी परीक्षण डिवाइस बनाया है। यह डिवाइस घड़ी की तरह नाड़ी पर लगायी जाएगी। इसके बाद कुछ देर में यह डिवाइस विभिन्न प्रकार के जांच की रिपोर्ट देगी। यह आयुर्वेद के डॉक्टर के लिए कारगर है।
अब दूध उबल के गिरेगा नहीं
प्रोटोविला कंपनी के कर्ताधर्ता जिवेश गुप्ता ने एक ऐसी मशीन बनायी है जो दूध को उबलने के दौरान गिरने से रोकेगा। इस मशीन के दो भाग है। एक भाग दूध के बर्तन के ऊपर होगा, जिसमें लगा सेंसर दूध में रहेगा। जबकि एक भाग गैस चूल्हे के नॉब पर लगेगा। जैसे ही दूध का तापमान 96 डिग्री पर जाएगा नॉब अपने आप बंद हो जाएगा। इससे न केवल दूध गिरने से बचेगा बल्कि किसी को चूल्हे के पास खड़ा भी नहीं रहना पड़ेगा।