Home » व्यवहार: उत्तर प्रदेश के एक खंड शिक्षाधिकारी को चांदी का मुकुट पहनाकर बेसिक शिक्षकों ने दी विदाई, ढोल-नगाड़ों के साथ न्योछावर भी उतारा, जानें अब कहां मिली है नई तैनाती, देखें वीडियो
व्यवहार: उत्तर प्रदेश के एक खंड शिक्षाधिकारी को चांदी का मुकुट पहनाकर बेसिक शिक्षकों ने दी विदाई, ढोल-नगाड़ों के साथ न्योछावर भी उतारा, जानें अब कहां मिली है नई तैनाती, देखें वीडियो
लखनऊ। सही बात है कि अगर आपका व्यवहार अच्छा है तो आपको हर कोई चाहेगा और पसंद करेगा, फिर चाहे आप किसी भी पद पर क्यों न हों। इसकी जीती-जागती मिसाल सामने आई है, बेसिक शिक्षा विभाग से, जहां मैनपुरी में कार्यरत खंडशिक्षाधिकरी मनीन्द्र कुमार के ट्रांसफर की खबर आते ही पहले तो यहां के शिक्षक उदास हो गए, लेकिन काम तो काम है, दूसरी जगह तो ज्वाइन करना ही है, जब यह शिक्षकों व कर्मचारियों ने सोच लिया तो उन्होंने विदाई समारोह इतना भव्य कर दिया कि वह हमेशा के लिए यादगार बनने के साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी के लिए मिसाल भी बन गया।
शायद खंड शिक्षाधिकारी मनींद्र कुमार को भी यह उम्मीद नहीं थी कि शिक्षक व कर्मचारी उनके व्यवहार से इतना खुश हुए कि उनको चांदी का मुकुट पहना कर विदाई करेंगे। जी हां यहां के शिक्षकों और कर्मचारियों ने कुमार को चांदी का मुकुट पहनाने के साथ ही फूल की मालाएं पहनाने के बाद ढोल-नगाड़ों के साथ उनकी विदाई की। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि शिक्षक उनके ऊपर से न्योछावर उतार कर ढोल वालों के दे रहे हैं। इसी के साथ शिक्षक उनको गांव के बाहर, जहां गाड़ी खड़ी थी, वहां तक ढोल-नगाड़ों के बीच ही ले गए।
किसी अधिकारी के प्रति शिक्षकों का यह अपनापन व यह विदाई कार्यक्रम प्रदेश के अन्य हिस्सों में चर्चा का विषय बन गया है। क्योंकि यह कार्यक्रम मैनपुरी में करीब तीन दिन चला। जब वह मैनपुरी पुरी तरह से छोड़ने लगे तो शिक्षकों व कर्मचारियों की आंखें नम थीं। उनके साथ कानपुर में कार्य कर चुके शिक्षक बताते हैं कि श्री कुमार इतने मिलनसार हैं कि वह अधिकारी पद पर होते हुए भी कभी ऐसा नहीं महसूस कराया कि वह अधिकारी हैं। वह हमेंशा ही बड़ी शालीनता के साथ किसी भी कार्य को सुलझा लेते हैं। इसी के साथ अगर किसी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्यवाही भी करनी पड़ती थी तो उसे भी इस तरह सुलझाते थे कि कभी शिक्षकों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। अब उनका ट्रांसफर उन्नाव हो गया है।