Corruption Case: खड़ाऊं के साथ कानपुर विश्वविद्यालय के फरार कुलपति प्रो. विनय पाठक का सम्मान, देखें वीडियो, जानें नारेबाजी करते हुए तारीफ में क्या पढ़े गए कसीदे
कानपुर/लखनऊ। भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में करीब दो महीने से फरार चल रहे छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) के कुलपति प्रो. विनय पाठक का सोमवार को विश्वविद्यालय गेट पर सम्मान किया गया। इसी के साथ यहां सरजी तुस्सी ग्रेट हो की जमकर नारेबाजी हुई। इसी के साथ उनके द्वारा किए गए कार्यों को गिनाया गया।
इस मौके पर आर्यनगर विधायक अमिताभ बाजपेई द्वारा राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीसीपी लखन सिंह यादव को सौंपा गया और एवं राज्यपाल से मांग की गई कि, कानपुर विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति प्रो. विनय पाठक जिनके पास आगरा विश्वविद्यालय का भी अतिरिक्त प्रभार है, पर अति गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ है। चिंता का विषय यह भी है कि मुकदमा भ्रष्टाचार के प्रकरण में हुआ है।
सू्च्य है कि राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में प्रो. विनय पाठक के संबंध में पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए करोड़ों का अनुचित लाभ लेने शासकीय धन का दुरुपयोग करने तथा वित्तीय कदाचार का आचरण करने विषयक धाराओं में दिनांक 29/10/2022 को एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। प्रकरण की जांच के लिए शासन स्तर से विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
एसआईटी द्वारा की गई जांच में प्रथम दृष्टया आरोपों को प्रमाणित किया पाया गया है, जिसकी सूचना सार्वजनिक है। अवगत हो कि प्रोफेसर विनय पाठक द्वारा राजधानी लखनऊ के शिक्षण संस्थान (AKTU) में कुलपति पद पर रहते हुए वृहत स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। इसी के साथ पदीय अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए अपने चहेतों को अनुचित लाभ दिया गया है। इसी संबंध में गठित एसआईटी द्वारा जांच में सहयोग किए जाने के लिए अनवरत प्रोफेसर पाठक को बुलाया जा रहा है, किंतु प्रोफेसर पाठक द्वारा जांच में किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया जा रहा है।
सामान्य शासकीय व्यवस्था है, कि इस प्रकरण के प्रकरणों में शासकीय सेवारत कार्मिक को जांच अवधि तक के लिए सेवा से निलंबित रखा जाता है, किंतु प्रोफेसर विनय पाठक को नियम विरुद्ध संरक्षण दिया जाना लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या है। हम आपसे मांग करते हैं कि शिक्षा संस्थानों की सुचिता बनाए रखने की ओर विशेष ध्यानाकर्षण किया जाए तथा प्रो. विनय पाठक को जांच कार्य पूर्ण हो जाने तक कुलपति के पदीय कर्तव्यों से विरत कर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
इसी के साथ कहा गया कि महोदया आप विश्वविद्यालय की कुलाधिपति होंने के नाते भ्रष्टाचार के अब तक के विश्वविद्यालय इतिहास में सबसे बड़े घोटाले में ऐसी कार्यवाही करेगी जो एतिहासिक होगी। ऐसा होने से ही राजभवन की साख कायम रह सकती है। इस मौके पर विधायक मो. हसन रूमी, विपक्ष मोर्चा संयोजक सुरेश गुप्ता सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
नारेबाजी करते हुए ये कहा लोगों ने
आपको उप्र एसटीएफ पुलिस तलाश कर रही है। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”
आपने सैकड़ों करोड़ डकार लिए। फिर भी पद पर कायम है। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो।”
आपने अदालत को ठेंगा दिखा दिया। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”
आपने अपनी जांच सीबीआई को ट्रांसफर करा ली। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”
इतने गम्भीर आरोपों और भ्रष्टाचार के बाद भी कुर्सी पर बैठे हो। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”
आप फरार रहिये आपकी खड़ाऊ से विश्वविद्यालय चला लिया जाएगा। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”
तीन लाख रूपए महीना सैलरी फरारी के बाद भी उठा रहे हो। सरजी तुस्सी ग्रेट हो।
कानपुर पुलिस ने विधायक इरफान सोलंकी के घर सैकड़ों पुलिस वाले भेज दिए एवं फरार कुलपति के यहां ना मेल भेजा, ना फीमेल सिर्फ ईमेल भेजा। “सरजी तुस्सी ग्रेट हो”