पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को 9 सितम्बर तक के लिए भेजा गया न्यायिक हिरासत में
लखनऊ। हजरतगंज पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को 9 सितम्बर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तारी के बाद अमिताभ को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया था। इस दौरान उनकी पत्नी नूतन ठाकुर भी मौजूर रहीं। प्रभारी सीजेएम सत्यबीर सिंह ने मामले पर फैसला सुनाते हुए नौ सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में ठाकुर को जेल भेज दिया है।
गौरतलब है कि अमिताभ के खिलाफ शुक्रवार की दोपहर में एफआईआर दर्ज करा दी गई थी। इसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने जब घर पहुंची तो उन्होंने गिरफ्तारी से मना करते हुए FIR की कॉपी मांगी। इस दौरान पुलिस उन्हें घर से जबरन धकेलते हुए जीप तक ले गई और उनके मना करने के बावजूद उनको जीप में ठूंस दिया। इस दौरान ठाकुर मैं नहीं जाऊंगा… मैं नहीं जाऊंगा…चिल्लाते रहे। बता दें कि अमिताभ पर बलात्कार के आरोपी बसपा सांसद अतुल राय को को बचाने और पीड़िता को आत्मदाह करने के लिए उकसाने सहित तमाम आरोप लगाए गए हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह का प्रयास करने के कुछ दिनों बाद ही कथित तौर पर बलात्कार पीड़िता की मौत हो गई थी। उसके साथी और मामले के एकमात्र गवाह ने भी आत्मदाह कर लिया था और उसकी भी मौत हो गई थी। इसके बाद एसआईटी गठित की गई थी, जो मामले की जांच पड़ताल कर रही थी। इस मामले में दो दिन से अमिताभ को बुलाकर पूछताछ की गई थी। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में अमिताभ की पत्नी नूतन का आरोप है कि प्रदेश सरकार उनको बदनाम कर रही है। जबसे उनके पति अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है, तभी से उनके ऊपर कोई न कोई आरोप लगाया जा रहा है।
यह यूपी है ! यहॉ की पुलिस अपने आईजी रहे अफ़सर अमिताभ ठाकुर को इस तरह घसीट कर ले जाती है मानों वे बहुत बड़े आतंकी हो ! ख़ौफ़नाक हालात है यूपी के ! https://t.co/mvuke1foOM pic.twitter.com/47Z2l8NojG
— Sanjay sharma (@Editor__Sanjay) August 27, 2021
बता दें कि गिरफ्तारी से कुछ ही घंटे पहले अमिताभ ने एक राजनीतिक पार्टी के गठन की घोषणा करते हुए उसके नाम की भी घोषणा की थी। इसी के साथ 28 और 29 को अयोध्या और गोरखपुर जाने की भी घोषणा की थी। इसके तुरंत बाद उनको नजरबंद कर दिया गया और इसके बाद ही उनकी गिरफ्तारी की गई। फिलहाल अमिताभ को प्रभारी सीजेएम सत्यबीर सिंह के निर्णय पर नौ सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।