HMPV News: फिर से पूरी दुनिया में आ सकती है कोरोना जैसी तबाही! चीन में रहस्यमयी वायरस HMPV से मचा हाहाकार; अस्पतालों और श्मशान में भीड़ ही भीड़-Video
HMPV News: कोरोना महामारी का दंश अभी लोग भूले भी नहीं है कि चीन (China) से फिर से कोरोना लहर की तरह ही एक नए रहस्यमयी वायरल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना महामारी के पांच साल बाद इस रहस्यमयी वायरस ने कोरोना काल के समय के घावों को फिर से हरा कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. दावा किया जा रहा है कि चीन में फिर से कोरोना जैसा भयावह नजारा देखने को मिल रहा है क्योंकि यहां पर अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग गई है तो वहीं श्मशान घाट भी भर चुके हैं. इस खबर ने पूरी दुनिया को डरा कर रख दिया है. तो दूसरी ओर खबर ये भी सामने आ रही है कि इस वायरस के कारण चीन में स्टेट स्तर पर इमरजेंसी घोषित किया गया है.
⚠️ BREAKING:
China 🇨🇳 Declares State of Emergency as Epidemic Overwhelms Hospitals and Crematoriums.
Multiple viruses, including Influenza A, HMPV, Mycoplasma pneumoniae, and COVID-19, are spreading rapidly across China. pic.twitter.com/GRV3XYgrYX
— SARS‑CoV‑2 (COVID-19) (@COVID19_disease) January 1, 2025
चीन में फैले इस वायरस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चीन में ये रहस्यमयी वायरस तेजी से फैल रहा है. लोग इस वायरस की चपेट में तेजी से आ रहे हैं. चीन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. चीन पर नजर रखने वाले कुछ लोगों का तो यह भी दावा है कि अस्पताल और श्मशान घाट भी अब भर चुके हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि चीन में एचएमपीवी, इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 समेत कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं. ऑनलाइन शेयर किए गए वीडियो में अस्पतालों में भीड़ दिखाई दे रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल एनडीटीवी की एक रिपोर्ट की मानें तो चीन अभी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से पूरी तरह तबाह हो रहा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एचएमपीवी में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं. इसके लक्षण भी कोविड-19 जैसे ही होते हैं. इस रहस्यमयी वायरस को लेकर चीन के स्वास्थ्य महकमा भी परेशान है और स्वास्थ्य अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. फिलहाल अभी तक इस वायरस को लेकर बहुत कुछ जानकारी सामने नहीं आ सकी है.
सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर HMPV है क्या और ये कहां से व कैसे आया? इसी के साथ ही ये भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि कहीं चीन कोरोना की तरह इसे भी दबाने की कोशिश नहीं कर रहा? फिलहाल ये रहस्यमयी वायरस पूरी दुनिया के लिए चिंताजनक बन गया है.
वायरस ने इनको बनाया निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के दावों के मुताबिक, इस वायरस ने बच्चे और बुजुर्गों को टारगेट पर रखा है, ठीक उसी तरह जिस तरह कोरोना ने किया था. हालांकि चीन के हेल्थ अफसरों ने भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से लोगों को मना किया है और मास्क पहनने की सलाह दी है. साथ ही बार-बार हाथ को सैनिटाइज करते रहने की सलाह दी है.
जानें क्या है यह वायरस?
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस यानी HMPV को सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने खोजा था. यह वायरस तब सामने आया था रिसर्चर जब श्वसन संक्रमण यानी सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित बच्चों के नमूनों का अध्ययन कर रहे थे. यह एक आरएनए वायरस है. यह एक सामान्य श्वसन रोगजनक़ के रूप में पूरी दुनिया में फैल गया है. यह न्युमोवायरिडे परिवार के मेटापन्यूमोवायरस क्लास से जुड़ा है. रिसर्च के दौरान हुए अध्ययन में पाया गया है कि यह वायरस कम से कम छह दशकों से मौजूद है.
यह वायरस संक्रमित लोगों के साथ निकट संपर्क और दूषित वातावरण के संपर्क में आने से भी संचरण हो सकता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह वायरस मुख्य रूप से खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों से फैलता है. चीनी सीडीसी की वेबसाइट की मानें तो यह वायरस पूरे साल पाया जा सकता है, लेकिन यह सर्दी और वसंत में सबसे अधिक पाया जाता है. इस वायरस का संक्रमण काल तीन से पांच दिनों का होता है. एचएमपीवी द्वारा प्रेरित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बार-बार होने वाले संक्रमणों को रोकने के लिए बहुत कमजोर होती है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट में ये दावा
सोशल मीडिया पर वायरल रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शुक्रवार को चीन के रोग नियंत्रण प्राधिकरण ने बताया है कि वह अज्ञात तरीके के निमोनिया के लिए एक निगरानी प्रणाली चला रहा है. पांच साल पहले जब कोविड-19 का कारण बनने वाला कोरोना वायरस पहली बार सामने आया था, तब यह तैयारी बहुत कम थी. एक खास सिस्टम स्थापित करने का मकसद अधिकारियों को अज्ञात रोगजनकों से निपटने के लिए प्रोटोकॉल स्थापित करने में मदद करना है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सर्दियों में सांस संबंधी रोगों के मामले बढ़ने की आशंका है.
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि चीन के कई हिस्सों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय अधिकारी चिंतित हैं. कोविड-19 के पांच साल बाद HMPV ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. फिलहाल अधिकारियों ने लोगों से मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने की अपील की है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ‘SARS-CoV-2 (Covid-19)’ नाम के हैंडल में दावा किया गया है कि चीन में इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं. इसके कारण से अस्पताल और श्मशान घाट पूरी तरह से भर गए हैं. निमोनिया और ‘व्हाइट लंग’ के बढ़ते मामलों से बच्चों के अस्पताल विशेष रूप से परेशान हैं.
चीन की कहीं कोई साजिश तो नहीं?
चीन से एक बार फिर इस खतरनाक वायरस का नाम सामने आने के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि कहीं ये एक बार फिर से चीन की कोई साजिश तो नहीं. क्योंकि जब कोरोना वायरस फैला था, तब कहा गया था कि चीन अब पूरी दुनिया पर वायरस अटैक कर खुद को दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाना चाहता है. तो वहीं हैरानी की बात है कि इस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है. इसके लक्षण सर्दी जुकाम जैसे ही होते हैं. हाल ही में पाए गए मामलों में राइनो वायरस और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस जैसे रोगजनक शामिल हैं. फिलहाल एक अन्य अधिकारी कान बियाओ ने इसको लेकर कहा है कि सर्दी और वसंत में चीन कई तरह की सांस की बीमारियों से प्रभावित हो सकता है. फिलहाल उन्होंने यह जानकारी नहीं दी है कि इस साल मामलों की कुल संख्या पिछले साल की तुलना में कम होगी या बढ़ेगी. ये वायरस 14 साल से कम उम्र के लोगों को अपनी चपेट में लेता हुआ दिखाई दे रहा है.