निजी सचिव की आत्महत्या के मामले में इंस्पेक्टर, दारोगा समेत 10 पर मुकदमा
लखनऊ। बापू भवन में ACS (अपर मुख्य सचिव) रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल की खुदकुशी के मामले में मंगलवार देर शाम लखनऊ के हुसैनगंज थाने में उन्नाव जनपद के औरास जिले के तत्कालीन इंस्पेक्टर, दारोगा समेत 10 के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया गया है। आत्महत्या के मामले में विशंभर दयाल के बहनोई उसके पिता समेत अन्य ससुरालीजन भी आरोपित बनाए गए हैं। मुकदमा विशंभर दयाल के भाई ओम प्रकाश ने दर्ज कराया है।
तत्कालीन थाना प्रभारी औरास हर प्रसाद अहिरवार, दारोगा तमीजुद्दीन अन्य पुलिस कर्मियों में रामशंकर, संजीव यादव हैं। इन पुलिस कर्मियों पर भ्रष्टाचार, धमकी, एससीएसटी आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। मामले में ससुरालीजनों समेत 10 को आरोपित बनाया गया है। इंस्पेक्टर हुसैनगंज दिनेश सिंह विष्ट ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
यह था मामला
बीते 30 अगस्त को बापू भवन के आठवें तल पर स्थित दफ्तर में निजी सचिव विशंभर दयाल पहुंचे। वहां पर कक्ष में उन्होंने रिवाल्वर से माथे पर सटाकर खुद को गोली मार ली थी। सूचना पर पहुंचे पुलिस और विभागीय अधिकारियों ने उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था। लोहिया में गुरुवार को विशंभर दयाल की मौत हो गई थी। विशंभर दयाल के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने अपनी उन्नाव जिले के औरास क्षेत्र में रहने वाली बहन के ससुरालीजनों उसके पड़ोसी और इंस्पेक्टर हर प्रसाद अहिरवार, दारोगा तमीजुद्दीन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। मामले की जांच आइजी रेंज लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई थी। लक्ष्मी सिंह ने इंस्पेक्टर हर प्रसाद अहिरवार और दारोगा तो सस्पेंड कर दिया था।
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