आसाराम बापू से जुड़े मामले में नाबालिग के वीडियो को तोड़-मरोड़कर टीवी चैनल पर प्रसारित करने के मामले में 7 आरोपी कोर्ट में हुए पेश, एक के न पहुंचने पर जारी हुआ गैर जमानती वारंट, देखें वायरल वीडियो
एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया जा रहा है, जिसमें एक महिला पूछ रही है कि कोर्ट में क्या हुआ। आप सभी मीडिया के नामचीन लोग आखिर कोर्ट में क्यों उपस्थित हुए। इस सम्बंध में किसी ने जवाब नहीं दिया और सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि यह वीडियो 6 जून का है। 7 जून के 2022 के पंजाब केसरी में प्रकाशित एक खबर की मानें तो लिखा गया है कि नाबालिग के वीडियो को तोड़-मरोड़ कर प्रसारित किए जाने के मामले में गुड़गांव के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश शशि चौहान की अदालत में सुनवाई हुई, जिसमें से मोहम्मद सोहेल को छोड़कर सभी आरोपी अदालत में प्रस्तुत हुए। दूसरी ओर अदालत ने सोहेल के खिलाफ गैर जमानती वारट जारी किया है। इसी के साथ उनको 20 जुलाई को अदालत में पेश होने का आदेश भी दिया है।
इन लोगों पर है आरोप
इस मामले में दीपक चौरसिया, अजीत अंजुम, चित्रा त्रिपाठी, राशिद, ललित सिंह, सुनीत दत्त, अभिनव राज और मोहम्मद सोहेल। सोहेल को छोड़कर सभी अदालत में पेश हुए थे। जिनका वीडियो वायरल किया जा रहा है। सभी आरोपियों को चार्जशीट की प्रतियां भी उपलब्ध कराई गई हैं।
देखें क्या कहा है पीड़िता के वकील ने
पीड़िता पक्ष के वकील ने पेशी के दौरान नामित अन्य व्यक्तियों को आरोपी न बनाने का मामला भी अदालत में उठाया। इसी के साथ अदालत ने आरोप पत्र दाखिल करने वाले अनुसंधान अधिकारी को नोटिस भी जारी किया है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 20 जुलाई को होगी।
देखें क्या कहा पैरवी करने वाले संगठन ने
इस पूरे मामले की पैरवी कर रहे जन जागरण मंच के अध्यक्ष हरी शंकर ने मीडिया को बताया कि यह मामला पॉक्सो एक्ट से जुड़ा है। वह कहते हैं कि उनको उम्मीद है कि अदालत से उनको न्याय मिलेगा।
जाने क्या है मामला
पंजाब केसरी समाचार पत्र के मुताबिक 2013 में 2 जुलाई को पालस विहार के सनी कुमार (काल्पनिक नाम) के घर पर संत आसाराम बापू पहुंचे थे। इस मौके पर बापू ने परिवार के सभी लोगों के साथ ही 10 साल की उनकी भतीजी को भी आशीर्वाद दिया था। इस कार्यक्रम का वीडियो भी बनाया गया था। इसके बाद बापू आसाराम के प्रकरण के सामने आने के बाद टीवी चैनलों में बनाई गई इसी वीडियो को गलत तरीके से प्रसारित किया गया था। इस सम्बंध में परिजनों ने आरोप लगाया था कि टीवी चैनलों ने बापू और उनके परिवार की छवि को धूमिल करने के लिए वीडियो को तोड़-मरोड़कर अश्लील व अभद्र तरीके से जनता को दिखाया गया। टीवी चैनलों के इस कृत्य के बाद समाज में उनकी छवि तो धूमिल हुई ही साथ ही मासूम बच्ची को मानसिक व सामाजिक कष्ट भी झेलना पड़ा। इस पूरे मामले के बाद ही परिवार ने पालम विहार पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करा दी थी। पूरे मामले की पैरवी सामाजित संस्था जन जागरण मंच के अध्यक्ष हरी शंकर कुमार के साथ ही उनकी टीम कर रही है।