लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. रविकांत पर विश्वविद्यालय परिसर में हमला, पैर छूने के बाद छात्र ने उठाया हाथ, छात्रों का दो पक्ष आमने-सामने, विश्वविद्यालय ने दोषी छात्र को किया निलम्बित, जानें क्या है पूरी सच्चाई, देखें वायरल वीडियो
लखनऊ। काशी विश्वनाथ पर विवादित बयान देने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. डा. रविकांत पर विश्वविद्यालय परिसर के अंदर हमला कर दिया गया। इस सम्बंध में एक वीडियो भीम आर्मी की ओर से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है और आरोप लगाया जा रहा है कि जो हमला प्रोफेसर पर किया गया है वह ABVP के छात्रों द्वारा किया गया है। तो वहीं इसके विरोध में विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी उतर आए हैं और उनका कहना है कि प्रोफेसर पर हमला एबीवीपी के छात्रों ने नहीं बल्कि समाजवादी छात्र संघ ईकाई के अध्यक्ष ने किया है। इस घटना को लेकर विद्यार्थियों का दो गुट आमने-सामने आ गया है और सोशल मीडिया पर जमकर बयानबाजी की जा रही है।
ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए आजाद समाज पार्टी व भीम आर्मी के आजाद अनिकेत धानुक ने लिखा है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी में ABVP छात्रों ने प्रोफेसर रविकांत जी पर हमला किया शासन-प्रशासन क्या दलितों की हत्या करवाना चाहता है जल्द कार्रवाई करें वरना पूरी भीम आर्मी लखनऊ की सड़कों पर होगी। तो वहीं इस वीडियो को रिट्वीट करते हुए एबीवीपी के छात्रों व कार्यकर्ताओं के साथ ही विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी इस आरोप को गलत बता रहे हैं और कह रहे हैं कि मूर्खता पूर्ण बातें न करें, परिषद किसी भी प्रकार के हिंसा का समर्थन नहीं करती, हाथापाई समाजवादी छात्रसभा के इकाई अध्यक्ष कार्तिक पाण्डेय वा प्रो रविकांत में हुई है , जानकारी दुरुस्त करें। इसी के साथ अन्य ट्विट और रिट्वीट भी किए जा रहे हैं, जिसमें ये कहा जा रहा है कि कार्तिक ने प्रोफेसर के काशी विश्वनाथ पर दिए गए विवादित बयान के कारण ऐसा किया है। फिलहाल घटना किस वजह से हुई इसके लिए अधिकारिक कोई बयान सामने नहीं आया है।
बता दें कि हाल ही में प्रो. डा. रविकांत ने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर एक टीवी डिबेट में एक किताब का हवाला देते हुए विवादित बयान दे दिया था। इसी के बाद से हिंदू संगठनों सहित विद्यार्थी परिषद व छात्र-छात्राएं उनके खिलाफ उतर गए थे, इसके बाद दलित समाज के कई संगठन भी उनके खिलाफ हो गए हैं। इसी का फायदा उठाते हुए अन्य संगठन एबीवीपी के छात्रों पर हमले का आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल प्रोफेसर के विवादित बयान मामले में विश्वविद्यालय ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है। तो दूसरी ओर यह विवाद और भी गहराता जा रहा है। छात्रों के दो पक्ष आमने-सामने होते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल इस मामले में जल्द ही कोई ठोस कदम विश्वविद्यालय की ओर से उठाने की जरूरत है।
देखें कैसे हुई घटना
मिली जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर रविकांत पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह अपने दो सिक्योरिटी गार्ड के साथ क्लास लेने जा रहे थे। इसी बीच कार्तिक पाण्डेय आया और उसने पहले पैर छुआ, इसके बाद उन पर हाथ उठा दिया, लेकिन तभी गार्ड ने उसे पकड़ लिया और पुलिस चौकी ले गए। इस बीच प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पूरी जानकारी दी। इसके बाद छात्र पर कार्यवाही की गई।
दोषी छात्र को किया गया निलम्बित बैठाई गई जांच
विश्वविद्यालय प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश ने बताया कि दोषी छात्र का नाम कार्तिक पाण्डेय है। उसको कुलपति जी के आदेश पर निलम्बित कर दिया गया है। इसी के साथ उसका छात्रावास भी कैंसिल कर दिया गया है। उसे अपनी सफाई रखने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। फिलहाल जो वीडियो वायरल किया जा रहा है, वह पूरी तरह से फेक है और उसमें जो जानकारी दी जा रही है वह भी गलत है। हमला करने वाला छात्र एबीवीपी का नहीं है।
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