Lucknow: यूपी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के प्लाट पर कब्जा…सपा के पूर्व MLC सहित चार पर दर्ज हुई FIR; LDA कर्मचारी पर भी लगा आरोप
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां यूपी के परिवहन आयुक्त आईएएस ब्रजेश नारायण सिंह के प्लाट पर सपा के पूर्व एमएलसी ने बिल्डर और एलडीए कर्मियों की मदद से कब्जा कर लिया। फिलहाल इस मामले में उन्होंने गोमतीनगर थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है. तो वहीं पुलिस भी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए जुट गई है. प्लाट आईएएस की पत्नी के नाम पर है।
पड़ोसी से चला पता
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि उनकी पत्नी मीनल सिंह के नाम पर विनीत खंड में प्लाट है और वह फिलहाल यानी आजकल नई दिल्ली वसंत कुंज में रह रही हैं. 1997 में पत्नी के नाम पर एलडीए की तरफ से प्लाट आवंटित हुआ था लेकिन नौकरी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में होने की वजह से प्लाट पर निर्माण नहीं हुआ। इसी बीच यानी करीब पांच महीने पहले पड़ोसी से जानकारी मिली कि कुछ लोग LDA के अधिकारी बताकर प्लाट की बाउंड्री वॉल को गिरा दिया है और प्लाट में लगे पेड़ों को काट दिया गया है।
एलडीए से की शिकायत
परिवहन आयुक्त ने पुलिस को आगे बताया कि पड़ोसी से जानकारी होने के बाद इससके बारे में एलडीए से शिकायत की तो पता चला कि उन्होंने इस प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है। साथ ही इस प्लाट का किसी अन्य को आवंटित भी नहीं किया गया।
इस तरह मिली जानकारी
उन्होंने पुलिस को आगे बताया कि अमित भटनागर नाम के युवक ने ग्राहक बनकर फोन पर प्लाट बिकाऊ होने के लिए फोन किया. इस पर जानकारी मिली कि कुछ लोग प्लाट को कब्जा करना चाहते हैं जिसके बाद प्लाट बिकाऊ न होने का बोर्ड लगवा दिया।
रजिस्ट्री हुई गायब
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस ने मीडिया को बताया कि पीड़ित की ओर से जानकारी दी गई है कि एलडीए कर्मचारियों की मदद से ही प्लाट की रजिस्ट्री बिल्डर और सपा नेता के पास तक पहुंची. इसी के बाद उसके फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्लाट बेचने का प्रयास किया गया.
सपा के पूर्व एमएलसी पर कब्जा कराने का आरोप
इस पूरे मामले को लेकर गोमतीनगर इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने मीडियो को जानकारी देते हुए बताया कि परिवहन आयुक्त से मिली जानकारी के मुताबिक 11 फरवरी को कुछ लोगों ने बाउंड्री वॉल गिरा दी। धनंजय सिंह नाम के युवक ने विरोध कर इसकी जानकारी दी। 12 फरवरी को धनंजय ने बताया कि अविनाश सिंह सिंकू ने प्लाट पर कब्जा किया है।
इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद जब मौके पर छानबीन की गई तो जानकारी मिली कि फैजाबाद निवासी बिल्डर शक्ति सिंह ने प्लाट के फर्जी कागज तैयार कर प्लाट को खरीदने की कोशिश की. आरोप है कि इन सबके पीछे समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह का हाथ है। उनके दिल्ली आवास पर ही इसकी पटकथा लिखी गई. इस पूरे खेल में कुछ एलडीए के कर्मचारी भी शामिल हैं। इंस्पेक्टर ने आगे बताया कि फिलहाल पीड़ित की शिकायत पर पूर्व एमएलसी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है.
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