Maha Kumbh-2025: प्रयागराज बिजली पंचायत 5 जनवरी को…महाकुंभ के लिए लिया जाएगा ये संकल्प

January 4, 2025 by No Comments

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Maha Kumbh-2025: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के तत्वावधान में 5 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की गई है। संघर्ष समिति ने कहा कि प्रयागराज की बिजली पंचायत में निजीकरण से उपभोक्ताओं को और बिजली कर्मचारियों को होने वाले नुकसान के बारे में तो अवगत कराया ही जाएगा साथ ही साथ प्रयागराज में कुछ ही दिनों के बाद प्रारंभ हो रहे महाकुंभ के दौरान श्रेष्ठतम बिजली व्यवस्था बनाए रखने का संकल्प लिया जाएगा और उसके उपाय पर चर्चा की जाएगी। जन जागरण अभियान के तहत आज भदोही और मिर्जापुर में संघर्ष समिति की आमसभा हुई।

संघर्ष समिति के पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पी.के.दीक्षित, राजेंद्र घिल्डियाल, चंद्र भूषण उपाध्याय, आर वाई शुक्ला, छोटेलाल दीक्षित, देवेन्द्र पाण्डेय, आर बी सिंह, राम कृपाल यादव, मो वसीम, मायाशंकर तिवारी, राम चरण सिंह, मो इलियास, श्रीचन्द, सरजू त्रिवेदी, योगेन्द्र कुमार, ए.के. श्रीवास्तव, के.एस. रावत, रफीक अहमद, पी एस बाजपेई, जी.पी. सिंह, राम सहारे वर्मा, प्रेम नाथ राय, विशम्भर सिंह एवं राम निवास त्यागी ने आज जारी बयान में बताया कि प्रयागराज में 14 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुम्भ के दौरान श्रेष्ठतम बिजली व्यवस्था बनाए रखने के उपाय पर प्रयागराज में 05 जनवरी को हो रही बिजली पंचायत में मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी।

प्रयागराज बिजली पंचायत में बिजली कर्मी महाकुम्भ में श्रेष्ठतम बिजली व्यवस्था बनाए रखने का संकल्प भी लेंगे। संघर्ष समिति ने कहा कि उज्जैन में बिजली का निजीकरण किया गया था। मई 2016 में उज्जैन महाकुम्भ के दौरान निजी कंपनी ने बिजली व्यवस्था बनाए रखने हेतु बनाए जाने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर पर धनराशि खर्च करने से इंकार कर दिया था। इसके बाद मप्र सरकार को उज्जैन में निजी कंपनी का विद्युत वितरण का करार रद्द करना पड़ा था।

प्रयागराज महाकुम्भ के अवसर पर सरकारी क्षेत्र की कंपनी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा किए गए कार्य का उदाहरण सामने रखकर आम जनता को यह बताया जाएगा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण होने के बाद आने वाले वर्षों में प्रयागराज में माघ मेला और कुम्भ तथा महाकुम्भ के दौरान निजी कम्पनी के आने पर उज्जैन जैसी स्थिति हो सकती है। अतः हर हाल में निजीकरण का पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए। निजीकरण के विरोध में चल रहे जन जागरण अभियान के तहत आज संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारियों ने भदोही और मिर्जापुर में आम सभा की।

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