बाढ़ व नदी में डूबने वालों को बचाएगी लाइफ बॉय बोट, देखें कैसे खुद ही पहुंच जाएगी डूबने वालों के पास, वीडियो 

November 27, 2021 by No Comments

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लखनऊ। अब बाढ़ व नदी में डूबने वालों को बचाने के लिए लाइफ बॉय बोट आ गई है, जो खुद ब खुद पीड़ित के पास जाकर उसे बचाएगी। नदी में डूब रहे लोगों की मदद के लिए NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के बेड़े में शामिल हुई अत्याधुनिक बोट नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर मिनटों में पहुंचेगी। इसके साथ ही बाढ़ पीड़ित इलाकों में लोगों की अधिक से अधिक मदद अब इस अत्याधुनिक बोट के सहारे NDRF के जवान कर सकेंगे। अब NDRF के बेड़े में IRB (इन-फ्लेटिबल रबर बोट) और OBM (आउट बोट मोर्टर) बोट शामिल हो चुकी है।

यह नदी में 70 किमी प्रति घंटा रफ्तार से भागती है। बोट के माध्यम से अब नदी में डूब रहे लोगों को जल्द मदद मिलने के साथ ही बाढ़ पीड़ित इलाकों में पानी में फंसे अधिक लोगों को रेस्क्यू कर निकाला जा सकता है। यह पूर्व की बोटों से  लगभग दोगुना है। यह बोट सेकेंडों में नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंचेगी। इस सम्बंध में नीरज कुमार, डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ 11वीं वाहिनी, एवं प्रभारी लखनऊ यूनिट ने बताया कि लखनऊ यूनिट से संबद्ध छह बाढ़ प्रभावित इलाकों में आईआरबी बोट और ओबीएम मोर्टर से ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इससे अधिक से अधिक लोगों को आसानी से मदद पहुंचाई जा रही है। बाढ़ प्रभावित इन सभी जनपदों में एक-एक टीम लगाई गई है। 

विदेशों से प्रशिक्षण पाए गोताखोर और कमांडो लगाए जाते हैं आपरेशन में 
बाढ़ पीड़ित इलाकों में ऑपरेशन के लिए विदेशों से प्रशिक्षण प्राप्त एनडीआरएफ के गोताखोरों और कमांडो को लगाया गया है। इंस्पेक्टर धनन्जय के मुताबिक एक जनपद में एक टीम लगाई गई है। एक टीम में 37 लोग हैं। जिसमे से श्रीलंका, नेपाल से प्रशिक्षण प्राप्त गोताखोर, कमांडो के अलावा मेडिकल स्टाफ व अन्य लोग हैं। 

10 कुंतल तक है भार वाहन क्षमता, मिनटों में एक से दूसरे छोर पर पहुंचेगी 
लखीमपुर बाढ़ पीड़ित इलाके में ऑपरेशन में लगे एनडीआरएफ 11वीं वाहिनी के इंस्पेक्टर धनन्जय सिंह राठौर ने बताया कि इसकी रफ्तार 70 किमी प्रति घण्टा है। अगर एनडीआरएफ को बाढ़ पीड़ित इलाके में नदी में किसी के डूबने की सुनच मिली तो बचाब दल मिनटों में एक से दूसरे छोर पर पहुंच जाएगा। इसके पहले की बोट की रफ्तार 40 किमी प्रति घण्टा थी। पहले की बोट की भार वाहन क्षमता चार से पांच कुंतल थी। इसकी क्षमता 10 कुंतल भार वाहन की है। 

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