Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर मौन रहकर गंगा स्नान करने से मिलता है ये लाभ; पढ़ें कथा
Mauni Amavasya: माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन मौन रहना चाहिए। आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि मुनि शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई है। इसलिए इस व्रत को मौन धारण करना चाहिए। ऐसा करने वाले को मुनि पद की प्राप्ति होती है।
आचार्य महादेव तिवारी बताते हैं कि इस दिन मौन रहकर गंगा स्नान करना चाहिए। यदि यह अमावस्या सोमवार के दिन हो या फिर महाकुंभ के दौरान पड़े तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। माघ मास के स्नान का सबसे अधिक महत्वपूर्ण पर्व अमावस्या ही है।
बता दें कि माघ मास की अमावस्या और पूर्णिमा दोनों ही तिथियां पर्व मानी गई हैं। कहते हैं कि इन दिनों में पृथ्वी के किसी न किसी भाग में सूर्य या चंद्र ग्रहण हो सकता है। इसीलिए ऐसा विचार करते हुए धर्म को मानने वाले लोग प्रत्येक अमावस्या व पूर्णिमा को स्नान व दान आदि पुण्य कर्म किया करते हैं।
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