कल्याण सिंह के नाती संदीप सिंह को सौंपी गई बेसिक शिक्षा की कमान, अधूरे वादों को पूरा करना होगी सबसे बड़ी चुनौती, ये हैं शिक्षकों की मांगें, दिव्यांग शिक्षकों ने भी लगाई गुहार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे होने के बाद से ही लोगों में अधूरे कामों के पूरा होने की उम्मीद बढ़ गई है। अगर बेसिक शिक्षा विभाग की बात करें तो इस बार बेसिक शिक्षा की कमान पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र व अतरौली विधायक संदीप सिंह लोधी को सौंपी गई है। उनको बेसिक शिक्षा मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में डा. सतीश द्विवेदी की वजह से योगी सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था, क्योंकि वादा करने के बावजूद सतीश द्विवेदी ने जनपद के अंदर ट्रांसफर की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया था। हालांकि इस बार सतीश चुनाव ही हार गए हैं। फिलहाल शिक्षकों में संदीप सिंह के बेसिक शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर खुशी की लहर दौड़ गई है। शिक्षकों के व्हाट्स ग्रुपों से लेकर सोशल मीडिया पर बधाई का तांता लगा हुआ है।
बता दें कि संदीप सिंह के पिता राजवीर सिंह वर्तमान में एटा से सांसद हैं। फिलहाल संदीप सिंह के लिए पुराने वादों को पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं है। योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में बेसिक शिक्षकों से जनपद के अंदर ट्रांसफर करने का वादा किया गया था, जो कि तमाम मांगों व आंदोलनों के बावजूद पूरा नहीं किया जा सका। इस बार राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कानपुर के जिला संयोजक चंद्रदीप सिंह यादव ने शिक्षकों की मांगों को दोहराते हुए मांग की कि नई नियुक्तियां की जाएं, ताकि सालों से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे परिषदीय स्कूलों को राहत मिल सके और बच्चों को बेहतर शिक्षा।
इसी के साथ जनपद के अंदर और अन्तरजनपदीय ट्रांसफर और कोरोना महामारी में हुए लॉकडाउन के दौरान जो भत्ते काटे गए थे उसके एरियर के भुगतान की मांग भी की गई है। साथ ही कैशलेस चिकित्सा सुविधा की भी मांग की है। इसी के साथ दिव्यांग शिक्षकों ने जनपद व ब्लाक के अंदर ट्रांसफर जल्द से जल्द करने की गुहार लगाई है। दिव्यांग शिक्षक मनोज गोस्वामी ने प्रदेश भर के दिव्यांग शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा है कि उन सभी लोगों को ऐसे स्कूलों में नियुक्ति दे दी गई है, जहां वाहन आने-जाने तक व सड़क की सुविधा तक नहीं है।
ऐसे में पैरों व शारीरिक रूप से अक्षम शिक्षकों को तमाम समस्याओं का सामना करते हुए स्कूल जाना पड़ता है। पांच साल से प्रदेश में ट्रांसफर प्रक्रिया बंद पड़ी है। दिव्यांग शिक्षकों की मांग है कि म्युचुअल ट्रांसफर ही अगर हो जाए, तो भी उनको काफी राहत रहेगी। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कानपुर जिला संयोजक चंद्रदीप सिंह यादव के साथ ही राजेश यादव, आदित्य द्विवेदी, रचना अवस्थी, अरविंद सचान, उमेश सिंह, अमरीश शुक्ला, नीलम कनौजिया, पूनम दीक्षित आदि शिक्षकों ने संदीप सिंह को बधाई दी है।
देखें क्या है संदीप सिंह की शिक्षा
30 वर्षीय संदीप सिंह ने स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। उन्होंने एमए पब्लिक रिलेशन एंड स्टेटेजिक कम्युनिकेशन लीड्स बैकेट यूनीवर्सिटी, यूके से किया है।
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