Fire In Hotel Levana Lucknow: भीषण आग के बाद लेवाना होटल पर चलेगा बुलडोजर, चार मौतें, 24 निकाले गए सुरक्षित, दो से नहीं हो पा रहा सम्पर्क, देखें नाम और वीडियो, जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश, पढ़ें लेटर, पीड़ितों ने सुनाई आपबीती, गिनाई खामियां, जानें कैसे बचाई जान

September 5, 2022 by No Comments

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लखनऊ। सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित थ्री स्टार होटल लेवाना में भीषण आग लग जाने से चार लोगों की मौत हो गई है और इस घटना में 24 लोगों को अभी तक सुरक्षित निकाल लिया गया है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हाल जाना है। इससे पहले दोपहर में ही आग लगने के दौरान भी मुख्यमंत्री होटल पहुंचे थे।

वहीं शाम को रोशन जैकब, लखनऊ कमिश्नर ने लखनऊ का लेवाना होटल को तोड़े जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। लखनऊ मंडलायुक्त ने सील कर ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं। एलडीए को होटल के स्वीकृत नक्शे की कॉपी नहीं दी गई थी। इसी के साथ योगी सरकार ने राजधानी के अन्य होटलों की जांच के भी आदेश दिए हैं।

जिला प्रशासन द्वारा जारी पूरी डिटेल

इस पूरे मामले को लेकर जिला प्रशासन द्वारा प्रेस नोट जारी किया गया है, जिसमें मृतकों के साथ ही घायलों व सुरक्षित लोगों की भी पूरी जानकारी दी गई है। इसी के साथ कुछ ऐसे लोगों की भी जानकारी दी गई है, जिनके फोन से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।

वहीं लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी दी कि होटल हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। 13 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सभी का इलाज चल रहा है। घायलों के लिए 13 एम्बुलेंस लगाई गई है।

लखनऊ कमिश्नर आर्डर

दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरी घटना पर पल-पल की नजर सुबह से ही रखे हुए हैं। घटना के वक्त भी वह होटल के पास मौजूद रहे। तो वहीं घायलों को देखने के लिए भी वह सिविल अस्पताल पहुंचे। इसी के साथ उन्होंने होटल में बहुत ही ठीक ढंग से सर्च ऑपरेशन कर एक-एक व्यक्ति को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों का इलाज सुनिश्चित करने के भी कड़े निर्देश दिए हैं।

वहीं लखनऊ के सांसद व केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी दिन भर फोन के जरिए स्थानीय प्रशासन से पूरी घटना पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया है। इस सम्बंध में उन्होंने ट्विटर पर भी ट्विट किया है। वहीं उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी बराबर पूरी घटना पर नजर रखा और पीड़ितों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे।

वहीं आग पर काबू पाने के लिए बुलडोजर के होटल की दीवार तोड़ी गई। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि होटल में कुल 30 कमरे हैं, जिसमें से 18 कमरों में लोग रुके थे। 30 से 35 लोग कमरों में मौजूद थे। पहली मंजिल पर बैंक्वेट हॉल है। यहां दर्जनों लोग थे और कई सुबह ही होटल से निकल गए थे।

फिलहाल होटल लेवाना अग्निकांड में सरकार और शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त रोशन जैकब और पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर के नेतृत्व में जांच कमेटी बना दी गई है।

देखें क्या कहा पर्यटकों ने

बता दें कि होटल में आग लगने के दो घंटे बाद तक फायर ब्रिगेड नहीं पहुंची थी। होटल में रुकी दिल्ली की नेहा ने बताया कि जब वह सुबह सोकर उठीं तो देखा कि पूरा कमरा धुएं से भरा हुआ था। तीसरी मंजिल पर रुकी मोना किसी तरह से कांच तोड़कर बाहर आईं। उन्होंने बताया कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रहा है। वह फंसी रहीं लेकिन किसी तरह से भी उन तक इसकी जानकारी नहीं पहुंची।

इसी तरह नोएडा से आकर होटल में रुके अंश कौशिक ने बताया कि सुबह आठ बजे जब वह उठे तो कमरे में धुआं भरा हुआ था। खिड़की की मदद से हम बाहर निकले। सांस लेने में दिक्कत हो रही है।

बता दें कि होटल में पर्यटकों के साथ ही कर्मचारी भी हादसे का शिकार हुए हैं। आग उस समय लगी, जब सभी सो रहे थे, और किसी को भी इसकी जानकारी नहीं हो सकी। फंसे लोगों का कहना है कि किसी तरह का चेतावनी हूटर भी होटल में नहीं बजा, जिससे उनकी आंख समय पर खुल जाती और वह कमरों से बाहर आ पाते। फिलहाल इस पूरी घटना की लापरवाही होटल की ओर से आ रही है।

यहां देखें वीडियो