Water: कहीं खारा तो कहीं मीठा…आखिर जगह-जगह पर क्यों बदल जाता है पानी का टेस्ट? जानें कारण
Water Taste: जल ही जीवन है…ये बात एकदम सही है. बिना पानी के रह पाना बहुत ही मुश्किल है लेकिन पीने के पानी के लिए उसका मीठा होना जरूरी है लेकिन दुनिया के तमाम हिस्से ऐसे हैं जहां कहीं तो मीठा पानी मिलता है लेकिन कहीं खारा और कहीं इतना खारा कि उसे पी भी नहीं सकते. यानी एक ही ग्रह यानी पृथ्वी पर रहते हुए हमें अलग-अलग जगहों पर पानी का स्वाद बदला हुआ मिलता है. अक्सर हम सोचते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है…तो चलिए इस लेख में आपको बता दें कि इसके पीछे का क्या कारण होता है? जानते हैं कि पानी का स्वाद अलग-अलग होने के पीछे क्या कारण हैं.
पहले जानें क्यों होता है पानी में स्वाद?
जानकारों की मानें तो जो पानी शुद्ध होता है उसका कोई स्वाद यानी टेस्ट नहीं होता लेकिन जब पानी धरती यानी जमीन के अंदर से होकर गुजरता है तो वह कई तरह के खनिजों के संपर्क में आता है और फिर ये खनिज पानी में घुल जाते हैं जिससे पानी का स्वाद बदल जाता है. इसके अलावा गर्म पानी में खनिज बहुत की आसानी से घुल जाते हैं, जिससे पानी का स्वाद बदल सकता है. इसके अलावा पानी का pH स्तर भी इसके स्वाद पर असल डालता है. अम्लीय पानी खट्टा होता है जबकि क्षारीय पानी कड़वा होता है और पानी में घुली हुई गैसें जैसे ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड आदि भी पानी के स्वाद पर अच्छा-खासा असर डालती हैं.
तो वहीं औद्योगिक और कृषि गतिविधियों से निकलने वाले प्रदूषक भी पानी के स्वाद को प्रभावित करते हैं. इसी के साथ ही पानी जमीन के अंदर से होकर गुजरते समय तमाम तरह के पौधे और जीवों के संपर्क में भी आता है और फिर इनसे निकलने वाले रसायन पानी में घुल जाते हैं जिससे इसका स्वाद बदल जाता है.
ये खनिज करते हैं जल के स्वाद को प्रभावित
जैसा कि ऊपर बता चुके हैं कि खनिज पानी में घुल जाते हैं, यानी पानी में घुले हुए खनिज जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम और पोटेशियम पानी को कठोर या नरम यानी खारा व मीठा बनाते हैं. इसके अलावा जिस क्षेत्र से पानी निकाला जाता है, उसकी भूगर्भीय संरचना भी पानी के स्वाद पर असर डालती है. जैसे चूना पत्थर वाला अगर क्षेत्र है तो पानी कैल्शियम युक्त होता है, जिससे पानी कठोर हो जाता है. इसी के साथ ही जल चक्र के दौरान पानी वाष्पित होता है, बादलों में बदलता है और फिर बारिश या बर्फ के रूप में जमीन पर गिरता है. इस दौरान भी कई तरह के पदार्थों के संपर्क में पानी आता है और इसके स्वाद पर असर डालता है. इसी के साथ ही खनिजों की मात्रा और प्रकार पानी के स्वाद को प्रभावित करता है.