Ayodhya Ram Navami: सूर्य देव ने रामलला का किया अद्भुत तिलक…पीएम नरेंद्र मोदी ने कही ये बात-Video

April 6, 2025 by No Comments

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Ayodhya Ram Navami: आज पूरा देश रामनवमी का त्योहार मना रहा है. तो वहीं अयोध्या में जैसे ही दोपहर के 12 बजे सूर्य देव की किरणों ने इस तरह रामलला का तिलक किया कि अद्भुत छवि निहारते ही बन रही है. सोशल मीडिया पर इस मनमोहक पल का वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं तो वहीं पूरा राम मंदिर घंटे-घड़ियाल से घंटों गुंजायमान होता रहा.

तो वहीं रामलला के सूर्य तिलक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर की है और कहा है, आज रामनवमी के पावन अवसर पर श्रीलंका से वापस आते समय आकाश से रामसेतु के दिव्य दर्शन हुए। ईश्वरीय संयोग से मैं जिस समय रामसेतु के दर्शन कर रहा था, उसी समय मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य मिला।

मेरी प्रार्थना है, हम सभी पर प्रभु श्रीराम की कृपा बनी रहे। बता दें कि पीएम मोदी ने अपना एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें रामसेतु को दिखाया गया है और वह हवाई यात्रा करते हुए नजर आ रहे हैं.

पिछले साल की तरह ही इस बार भी भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव यानी रामनवमी के अवसर पर अभिजीत मुहूर्त पर श्री राम लला के ललाट पर सूर्य तिलक हुआ। करीब चार मिनट तक यह दुर्लभ संयोग पूरी दुनिया को देखने को मिला. रामलला के इस अद्भुत संयोग का वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है.

सूर्य तिलक के साथ ही मंदिर में आरती की गई। हालांकि इससे पहले कुछ देर के लिए मंदिर के पट बंद किए गए। गर्भग्रह की लाइट बंद कर दी गई थी ताकि सूर्य तिलक स्पष्ट नजर आए। तो वहीं सुबह ही रामलला का स्नान कराया गया और अभिषेक हुआ और फिर सुंदर वस्त्र धारण कराए गए.

आज रामनवमी के पावन अवसर पर श्रीलंका से वापस आते समय आकाश से रामसेतु के दिव्य दर्शन हुए। ईश्वरीय संयोग से मैं जिस समय रामसेतु के दर्शन कर रहा था, उसी समय मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य मिला। मेरी प्रार्थना है, हम सभी पर प्रभु श्रीराम की कृपा बनी रहे।

जानें क्यो सूर्य तिलक को दिया गया है महत्व?

बता दें कि श्री रामजन्मोत्सव पर सूर्य तिलक का धार्मिक महत्व माना गया है। रामचरितमानस की चौपाई में लिखा है‘मास दिवस कर दिवस भा मरम न जानइ कोइ, रथ समेत रबि थाकेउ निसा कवन बिधि होइ’ है। तुलसीदास जी ने इस चौपाई में लिखा है कि रामलला का जब जन्म हुआ, तब सूर्य देव अयोध्या पहुंचे। इतना मोहित हुए कि एक महीने अयोध्या में रह गए। इस दौरान अयोध्या में रात नहीं हुई थी तो वहीं भगवान राम सूर्यवंशी थे यानी सूर्य उनके कुल के देवता हैं। यही वजह है कि भगवान राम के सूर्य तिलक को बड़ा महत्व दिया गया है.

शनिवार को हुआ था आखिरी ट्रायल

रामनवमी पर बड़ी संख्या में भक्तों ने रामलला के दर्शन किए तो वहीं सूर्य तिलक को लेकर शनिवार को आखिरी ट्रायल किया गया था। आठ मिनट तक चले इस ट्रायल के दौरान इसरो के साथ-साथ आईआईटी रुड़की और आईआईटी चेन्नई के एक्सपर्ट भी राम मंदिर में मौजूद रहे।

आने वाले 20 सालों तक होता रहेगा सूर्य तिलक

बता दें कि ये दूसरा मौका है जब रामनवमी पर रामलला के ललाट यानी माथे पर सूर्य तिलक किया गया है। गत वर्ष रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही जब रामनवमी का त्योहार पड़ा था, तभी रामलला का सूर्य तिलक किया गया था। तो वहीं ट्रस्ट ने फैसला लिया है कि आने वाले बीस सालों तक लगातार सूर्य तिलक होता रहेगा।

रामनवमी पर पूरी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद

बता दें कि रामनवमी को देखते हुए पूरी अयोध्या में जिला प्रशासन ने अलर्ट है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर है. रामकथा पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। विभिन्न विभागों की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। राम भक्तों की सुरक्षा लगातार की जा रही है तो वहीं बड़ी संख्या में आज लोग रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. राम मंदिर, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, रामपथ तक जोन में बांटे गए हैं। सीसीटीवी और ड्रोन से पूरी अयोध्या पर निगरानी रखी जा रही है.

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