Sanatan Dharma: बैकुण्ठ चतुर्दशी पर मां पार्वती को लगाएं जौ आटे की रोटी का भोग, सुख-समृद्धि से भर जाएगा घर, पढ़ें ये मंत्र

November 25, 2023 by No Comments

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Sanatan Dharma: सभी मास में कार्तिक मास (kartik month) को अत्यंत पवित्र और पूजा-पाठ, जप-तप के लिए महत्वपूर्ण मास माना गया है. इस सम्बंध में आचार्य विनोद कुमार मिश्र कहते हैं कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुण्ठ चतुर्दशी (Baikuntha Chaturdashi) कहा गया है. इस दिन अगर कुछ उपाय कर लें तो घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है.

सुख समृद्धि बढ़ाने के उपाय
आचार्य बताते हैं कि, देवीपुराण के अनुसार इस दिन जौ के आटे की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाया जाता है और प्रसाद में वो रोटी खायी जाती है । माँ पार्वती को भोग लगाकर जौ की रोटी प्रसाद में जो खाते है उनके घर में सुख और संम्पति बढती जायेगी, ऐसा देवीपुराण में लिखा है । वैकुंठ चतुर्दशी के दिन अपने-अपने घर में जौ की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाते समय ये मंत्र बोले–

ॐ पार्वत्यै नम:
ॐ गौर्यै नम:
ॐ उमायै नम:
ॐ शंकरप्रियायै नम:
ॐ अंबिकायै नम:

कार्तिक मास स्नान
आचार्य बताते हैं कि 25, 26 व 27 नवम्बर यानी कार्तिक मास की त्रयोदशी से पुर्णिमा तक के अंतिम 3 दिन पुण्यमयी तिथियाँ मानी जाती हैं । अगर कोई कार्तिक मास के सभी दिन स्नान नहीं कर पाये तो उसे अंतिम तीन दिन सुबह सूर्योदय से तनिक पहले स्नान कर लेने से सम्पूर्ण कार्तिक मास के प्रातः स्नान के पुण्यों की प्राप्ति कही गयी है।

धुल जाएगा पाप
सीदलपुष्पाणि​ ​ये यच्छन्ति जनार्दने।​
कार्तिके सकलं वत्स​ ​पापं जन्मार्जितं दहेत्।।​ (पद्मपुराण)

ब्रम्हाजी नारदजी से कहते हे- वत्स ! जो लोग कार्तिक में भगवान जनार्दन को तुलसी के पत्र और पुष्प अर्पित करते हैं, उनका जन्म भर का किया हुआ सारा पाप भस्म हो जाता है।

कार्तिक मास में सभी दिन अगर कोई स्नान ना कर पाए तो त्रयोदशी, चतुर्दशी और पुर्णिमा ये तीन दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व स्नान कर लेने से पूरे कार्तिक मास के स्नान के पुण्यो की प्राप्ति होती है .

इन तीन दिन विष्णु सहस्रनाम पाठ और गीता का पाठ भी अत्यंत प्रभावशाली और पुण्यदायी है।

DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। किसी भी धार्मिक कार्य को करते वक्त मन को एकाग्र अवश्य रखें। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।