निजी सचिव की मौत, बार-बार रिवाल्वर लगाते व हटाते हुए बनाए उनके वीडियो की हो रही चर्चा, देखें क्या है पूरा घटनाक्रम  

November 27, 2021 by No Comments

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लखनऊ। बापू भवन सचिवालय में बीते 30 अगस्त को खुद को गोली मारने वाले अपर मुख्य सचिव नगर विकास के निजी सचिव विशंभर दयाल की शुक्रवार को लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी। मौत के बाद गोली मारने से पहले उनके द्वारा मोबाइल पर बनाए गए वीडियो की चर्चा तेज है। हालांकि उस वीडियो के बारे में अभी तक अधिकारी कुछ बोल नहीं रहे हैं। अधिकारी वीडियो के बारे में जानकारी देने से कतरा रहे हैं। 

प्रतीकात्मक फोटो

डेढ़ मिनट का है वीडियो 
सूत्रों की माने तो 30 अगस्त को गोली मारने के दौरान निजी सचिव ने जो वीडियो अपने मोबाइल पर बनाया वह करीब डेढ़ मिनट का है। बताया जा रहा है कि निजी सचिव ने अपना मोबाइल टेबल पर रखे स्टैंड पर रखा। मोबाइल का वीडियो मोड आन था। निजी सचिव ने रिवाल्वर को दोनों हाथों से पकड़ रखा है। इसके बाद माथे से सटाकर गोली मारी। गोली मारने से पहले उन्होंने कई बार रिवाल्वर माथे पर लगाई और हटाई थी। इसका अर्थ है कि वह असमंज में भी थे।   

यह है मामला 
बापू भवन में आठवें तल पर अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने सोमवार दोपहर दफ्तर में खुद को गोली मार ली थी। उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार को उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह मूल रूप से मलिहाबाद क्षेत्र के रहने वाले थे। यहां पत्नी और बेटी के साथ में ठाकुरगंज क्षेत्र के रस्तोगीनगर में रहते थे। पुलिस ने विशंभर दयाल के कक्ष  से एक सुसाइड नोट बरामद किया था। जिसमें उन्होंने उन्ना्व के औरास के एक गांव में रहने वाली बहन का ससुरालीजन और पड़ोसियों से विवाद का जिक्र किया था। ससुरालीजनों ने विवाद के चलते बहन और निजी सचिव के खिलाफ मुकदमा कराया था। जिसके कारण वह तनाव में थे। विशंभर दयाल की पत्नी ने भी यही बात कहते हुए उन्नाव पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। 

आइजी ने इंस्पेक्टर और दारोगा को किया था संस्पेंड, दो पर और हो सकती है कार्यवाही  
 निजी सचिव विशंभर दयाल के मामले में आइजी को पूरे प्रकरण की जांच मिली थी। वह उसी दिन रात में उन्नाव पहुंची। लापरवाही में तत्कालीन इंस्पेक्टर हर प्रसाद अहिरवार व दारोगा तमीजुद्दीन को निलंबित कर दिया था।  इसके बाद ही तेजी से कार्रवाई शुरू हो गई। गुरुवार को औरास थाने की पुलिस ने अपने यहां दर्ज तीनों मामलों में फिर से साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिये हैं। इसी कड़ी में कुछ लोगों के बयान भी लिये गये। इसके अलावा पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच चल रही है। माना जा रहा है कि जल्दी ही इस मामले में दो और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कर दी जायेगी।

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