MOBC-235: भारतीय सेना को मिले 124 चिकित्साधिकारी, 25 महिलाएं भी शामिल
लखनऊ। सोमवार को मेडिकल ऑफिसर्स बेसिक कोर्स (MOBC)-235 के सफल समापन पर ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज, आर्मी मेडिकल कोर सेंटर एवं कॉलेज, लखनऊ में एक सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। इस मौके पर सेना को 124 चिकित्साधिकारी मिले, जिनमें 25 महिला अधिकारी भी शामिल हैं। इन अधिकारियों को चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों के रुप में भारतीय सेना की सभी इकाइयों में तैनात किया जाएगा। बता दें कि इन चिकित्साधिकारियों का प्रशिक्षण कोरोना महामारी के दौरान दिया गया है। इस तरह से ये अधिकारी गम्भीर युद्ध के साथ ही कोरोना जैसी महामारी से भी देश की सुरक्षा करेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक नौ सप्ताह के फाउंडेशन कोर्स में युवा सशस्त्र बलों के चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों को गहन युद्ध चिकित्सा सहायता प्रशिक्षण दिया गया। ताकि कठिन वक्त में ये चिकित्साधिकारी देश सेवा के लिए तत्पर रहें। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें शांति और परिचालन क्षेत्रों में अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करने के लिए सशक्त बनाया गया। इस सैन्य प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के बाद अब युवा डॉक्टरों को चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों के रुप में सभी इकाइयों में तैनात किया जाएगा। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (AFMS) के 124 नए कमीशन वाले डॉक्टर और अधिकारी, सेना से 88, वायु सेना के 18 अधिकारी और नौसेना के 18 अधिकारी शामिल हैं। इसमें 25 महिला अधिकारी भी शामिल हैं। इस सेरेमोनियल परेड की समीक्षा लेफ्टिनेंट जनरल संदीप मुखर्जी, कमांडेंट, एएमसी सेंटर एवं कॉलेज और ऑफिसर इन चार्ज रिकॉर्ड्स तथा आर्मी मेडिकल कोर के कर्नल कमांडेंट ने की।
इस मौके पर युवा अधिकारियों को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल संदीप मुखर्जी ने युवा चिकित्सा अधिकारियों में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि पेशेवर क्षमता के उच्चतम क्रम को बनाए रखते हुए सेना चिकित्सा कोर की परंपरा को बनाए रखना ही उनका देश के प्रति समर्पण है। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम कोविड काल के दौरान आयोजित किया गया। अधिकांश पाठ्यक्रम अधिकारियों ने इस दौरान कोविड योद्धाओं के रूप में विभिन्न कोविड अस्पतालों और सैन्य संस्थानों में अपनी सेवाएं दीं। इस तरह ये युवा अधिकारी गम्भीर युद्ध के साथ ही कोरोना महामारी के निपटने के लिए भी सक्षम हो गए हैं। उन्हें कोविड प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षित किया गया है और यह अनुभव अधिकारियों को राष्ट्र की सेवा करने में मददगार रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज में दिए गए ज्ञान को लगातार अपग्रेड करने और आगे बढ़ाने की भी सलाह दी।
सशस्त्र बलों द्वारा प्रदान किए गए अवसरों पर जोर देते हुए उन्होंने अधिकारियों को अपनी पेशेवर आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया। लेफ्टिनेंट जनरल संदीप मुखर्जी ने इस तथ्य पर जोर दिया कि सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाएं क्षेत्र और शांति में हमारे सैनिकों की गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को उत्कृष्ट टर्नआउट और परेड के संचालन के लिए बधाई दी।
कैप्टन निशांत को पाठ्यक्रम का सर्वश्रेष्ठ ओवरऑल अधिकारी चुना गया और कमांडेंट की रोलिंग ट्रॉफी प्रदान की गई। जबकि फील्ड इवेंट्स में सर्वश्रेष्ठ अधिकारी होने के लिए सर्जन लेफ्टिनेंट अश्विनी पी नायर को मेजर लैशराम ज्योति सिंह, अशोक चक्र मेमोरियल ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कोविड -19 प्रोटोकॉल के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए किया गया।
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