लोकसभा चुनाव के बाद जेब को लगेगा बड़ा झटका….महंगे हो जाएंगे मोबाइल रिचार्ज, कीमतों में इस तरह होगा इजाफा

April 26, 2024 by No Comments

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Lok Sabha Election 2024 Second Phase: लोकसभा चुनाव-2024 के दूसरे चरण को लेकर आज देश के 13 राज्यों की 89 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई. इस दौरान बड़ी खबर सामने आई है कि चुनाव होने के बाद ही मोबाइल रिचार्ज की कीमतें भी बढ़ जाएंगी. बता दें कि पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को हो चुका है और अब तीसरे चरण का चुनाव 7 मई को होगा और चुनाव परिणाम 4 जून को घोषित होंगे. तो वहीं चुनाव नतीजे आने से पहले ही मोबाइल रिचार्ज की कीमतों में बढ़ोत्तरी की खबर ने मोबाइल यूजर्स को डरा दिया है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक कम से कम 20 फीसदी तक कीमतें बढ़ सकती हैं.

ये तो सभी जानते हैं कि गत दो सालों के अंदर देश में 5जी लॉन्च होकर देश के तमाम हिस्सों में पहुंच चुका है. बड़ी संख्या में 5जी मोबाइल यूजर्स भी हो गए हैं, लेकिन इस दौरान मोबाइल रिचार्ज की कीमतें नहीं बढ़ीं. माना जा रहा है कि अब टेलीकॉम कंपनियां अपने भारी भरकम खर्च को जनता से वसूलेंगी. देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने कीमतों की बढ़ोत्तरी को लेकर पुष्टि की है. कंपनी ने लोकसभा चुनाव के बाद मोबाइल टैरिफ प्लान की कीमतों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी करने की बात कही है. इस तरह से चुनाव के बाद लोगों का बजट बिगड़ सकता है. सभी टेलीकॉम कंपनियों के प्लान महंगे हो जाएंगे.

इतने रुपए हो सकती है बढ़ोत्तरी
कंपनी ने यह भी कहा है कि इससे उसके एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU)में 270 रुपये तक का इजाफा हो जाएगा. तो वहीं कम्पनी चुनाव के बाद नए रिचार्ज प्लान भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है तो वहीं EBITDA में 12-15% की बढ़ोत्तरी हो जाएगी. इस तरह से माना जा रहा है कि अगर 700 रुपए का कोई प्लान है तो उसकी कीमत बढ़कर 820 रुपए हो जाएगी. भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी एयरटेल ने मीडिया से बात करते हुए अपनी कीमतों को जगजाहिर कर दिया है. कंपनी ने प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) का खाका पेश करते हुए ब्रोकरेज नोट में कहा कि कंपनी का मौजूदा एआरपीयू 208 रुपये है, जो वित्त वर्ष 2026-27 के अंत तक 286 रुपये तक पहुंचने की संभावना है. रिपोर्ट में ये बात भी स्पष्ट की गई है कि‘हमें उम्मीद है कि भारती एयरटेल का ग्राहक आधार प्रति वर्ष करीब दो प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, जबकि उद्योग में प्रति वर्ष एक प्रतिशत की वृद्धि होगी.’