NTA: एनटीए से छीन ली गई ये बड़ी जिम्मेदारी…अब कर दिया गया एंट्रेंस टेस्ट तक सीमित; परीक्षा सेंटर्स को लेकर लिया गया बड़ा निर्णय
National Testing Agency News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. मालूम हो कि ये एजेंसी नीट, सीयूईटी, जेईई जैसी परीक्षाओं के आयोजन के लिए जानी जाती है लेकिन इसको लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए का कार्यभार बदलने से संबंधित बड़ी जानकारी मीडिया को दी है और बताया है कि अब एनटीए रिक्रूटमेंट यानी भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं करएगा. यानी अब एनटीए को केवल उच्च शिक्षा संस्थानों, यूनिवर्सिटी, कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट करवाने की जिम्मेदारी होगी.
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट यानी NEET- 2025 के पैटर्न पर भी जल्द फैसला लिया जाएगा. उन्होंने आगे ये भी कहा कि इसके लिए शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच बातचीत चल रही है और बैठकें भी जारी हैं. बता दें कि अभी तक एनटीए एंट्रेंस टेस्ट के साथ ही विभिन्न विभागों में कई पदों की भर्ती के लिए भी परीक्षा का आयोजन करता था लेकिन अब आयोजित करवाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
एनटीए में नई भर्तियां भी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि एनटीए में कई नए पद का गठन किया जा रहा है और इन पदों के लिए नए अधिकारियों की भर्ती की जाएगी. एनटीए हर परीक्षा को बेहतर तरीके से यानी बिना नकल और पेपर लीक के आयोजित करे, इसकी निगरानी के लिए 3 सदस्यों वाली हायर पावर स्टीयरिंग कमेटी भी बनाई गई है. इसकी अध्यक्षता भी प्रो. राधाकृष्णन को सौंपी गई है. इन्होंने एनटीए में बदलाव का खाका तैयार करने वाली हाई लेवल कमिटी की कमान संभाली थी. आने वाले साल यानी 2025 में एनटीए कम से कम 10 नए अधिकारियों की भर्ती करेगा.
पेपर लीक मामलों में कसी जाएगी नकेल
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय एनटीए एंट्रेंस टेस्ट के लिए कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी बना रहा है. अब केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय यानी सरकारी संस्थानों में परीक्षाओं के सेंटर बनाए जाएंगे.उन्होंने इसकी प्लानिंग को लेकर बताया कि एनटीए प्रवेश परीक्षाओं के लिए जो भी सेंटर बनाए जाएंगे, उनको फाइनल करने से पहले जिला मजिस्ट्रेट, लोकल प्रशासन और लोकल पुलिस से भी मशविरा किया जाएगा. कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के लिए करीब 400 सेंटर की जरूरत होती है. अगर मेडिकल प्रवेश परीक्षा पेन एंड पेपर मोड में होगी तो करीब 1 हजार सेंटर बनाए जाएंगे.
एनटीए को मिली ये जिम्मेदारी
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आगे बताया कि जनवरी 2025 में होने वाले इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट जेईई मेन के लिए 12 से 15 लाख स्टूडेंट्स आवेदन करते हैं. इसके दूसरे चरण के लिए भी करीब इतने ही आवेदन मिलते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मेडिकल नीट यूजी परीक्षा के लिए 23 लाख से ज्यादा आवेदन आते हैं. यूजीसी नेट और CSIR यूजीसी नेट में भी 15 लाख तक आवेदन रजिस्टर किए जाते हैं. वह आगे बोले कि 2025 में इन एंट्रेंस टेस्ट में कुल 60 लाख तक आवेदन आने की उम्मीद है. इन सब परीक्षाओं की जिम्मेदारी अब एनटीए की होगी.