LUCKNOW CRIME: इश्क में अंधी पत्नी ने खुद ही उजाड़ा अपना सुहाग, प्रेमी संग भेजी गई जेल
लखनऊ। इश्क के चक्कर में पड़कर एक पत्नी ने अपना ही सुहाग उजाड़ लिया। प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर दी, इसके बाद प्रेमी के साथ हंसी-खुशी रहने लगी, लेकिन लखनऊ पुलिस अपनी खोजबीन में जुटी रही और हत्या का सुराग तलाशती रही। आखिरकार महीने भर बाद हत्या का खुलासा कर दिया। हत्यारे चेहरे सामने आते ही लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। क्योंकि हत्या करने वाला कोई और नहीं मृतक की पत्नी और उसका प्रेमी ही निकले। फिलहाल शनिवार को पुलिस ने प्रेमी सहित पत्नी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी के मड़ियांव स्थित ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर के पीआरओ आशुतोष की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी शिक्षिका पत्नी प्रीती और इटावा में कार्यरत उसके शिक्षक प्रेमी हेमेंद्र और साथियों को गिरफ्तार कर शनिवार को इस सनसनीखेज मामले का राजफाश किया। फिलहाल पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया। मिली जानकारी के मुताबिक एक महीने पहले प्रीती और उसके प्रेमी ने हत्या की साजिश रची थी। प्रीती के प्रेमी हेमेंद्र ने आशुतोष को दवाई की एक बड़ी कंपनी की सप्लाई दिलाने के नाम पर आइआइएम रोड पर बुलाया और इसके बाद वहीं पर अपने साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी व शव फेंक कर भाग गए। बता दें कि आशुतोष मूल रूप से अतरौली हरदोई के रहने वाले थे। यहां वह अपने भाई राजेश और भतीजे अनुपम के साथ मड़ियांव की इंद्रपुरी कालोनी में रहते थे।
शादी के बाद से ही रहती थी दोनों में अनबन
पूरी घटना के बारे में जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आशुतोष की शादी गत जुलाई में प्रीती के साथ हुई थी। प्रीती 2015 से जनवरी 2021 तक उन्नाव के औरास स्थित प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षिका तैनात थी। हेमेंद्र भी वहीं पर तैनात था। नौकरी के बीच ही दोनों में प्रेम- प्रसंग हो गया। इसके बाद फरवरी में प्रीती का ट्रांसफर हरदोई के संडीला क्षेत्र में हो गया और हेमेंद्र का इटावा में। इस दौरान प्रीती की शादी आशुतोष से हो गई। कुछ दिनों तक तो आशुतोष और प्रीती में अनबन चलती रही। प्रीती यह सारी बात हेमेंद्र और उसके दोस्त सुनील को फोन पर बताती रहती थी। सुनील भी शिक्षक है। इस पर तीनों ने आशुतोष की हत्या की साजिश रच डाली। आशुतोष को हेमेंद्र ने बीते 23 अगस्त को एक बड़ी दवा कंपनी का काम दिलाने के बहाने बुलाया और इसके बाद आइआइएम रोड पर सुनील के साथ मिलकर उसकी गोली मार कर हत्या कर दी।
वारदात कर भागे तो कार का हो गया था एक्सीडेंट
इंस्पेक्टर ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सुनील और हेमेंद्र जब वारदात को अंजाम देकर भाग रहे थे तो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर उनकी कार डिवाइडर से भिड़ गई थी। घटना के बाद से ही पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई थी। आशुतोष की कॉल डिटेल्स निकलवाई गई तो हेमेंद्र और सुनील का नंबर मिला। इसके बाद दोनों के नम्बरों को सर्विलांस टीम को दे दिया गया। सर्विलांस टीम की मदद से ही घटना के और साक्ष्य मिले। इसी के बाद तीनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो तीनों टूट गए और पूरी घटना बता दी।
ये खबरें भी पढ़ें:
1-LUCKNOW CRIME: दिन-दहाड़े प्रापर्टी डीलर का अपहरण कर मांगी गई फिरौती, एक्शन में दिखी लखनऊ पुलिस
2- LUCKNOW CRIME: प्राइवेट पार्ट कूचकर बूढ़े किसान की हत्या, बेटी ने लगाया प्रेमिका पर आरोप