सावन में कुछ यूं करें शिव की आराधना कि संवर जाए पूरा साल, देखें राशि के अनुसार किस तरह करें भोले बाबा की पूजा और क्या करें अर्पित, जानें शनि शांत करने के उपाय

July 21, 2022 by No Comments

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श्रावण (सावन) में भोले बाबा की ऐसे करें श्रद्धा-भक्ति से पूजा कि आपका पूरा साल ही संवर जाए। इसके लिए जरूरी है कि जगत पिता की पूजा राशि के अनुसार करें। वैसे तो भोले बाबा मात्र एक लोटा जल चढ़ाने से ही अपने भक्त पर प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन अगर राशि या ग्रहों नें कहीं दोष है तो उसके लिए राशि के अनुसार ही उनकी पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा। इस सम्बंध में हमारे ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील कृष्ण शास्त्री बता रहे हैं कि सावन मास में राश‍ि अनुसार भोले शंकर की पूजा से मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति होती है। तो आइए जानते हैं क‍ि क‍िस राशि के जातकों को क्या करना है अर्पित और कैसे करनी है पूजा और शनि को शांत करने के लिए क्या करें।

ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील कृष्ण शास्त्री

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मेष राशि- भगवान शिव का अभिषेक गाय के कच्चे दूध में शहद मिलाकर करें। इसके बाद चंदन और सफेद पुष्‍प चढ़ाएं। इसके बाद श्रद्धानुसार 11, 21, 51 और 108 बार ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जप करें। सावन में प्रतिदिन ऐसा करने या फिर सोमवार को ही इस कार्य को करें तो कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होंगी और मनोकामनाएं पूरी होंगी। शिव जी पर काले गुलाब जामुन का भोग लगाएं। शनि शांत हो जाएगा।

वृष राशि- दही से अभिषेक करना चाहिए, दही से अभिषेक करने से जातक को धन, पशु, भवन तथा वाहन की प्राप्ति होने का योग बनता है। इसके अलावा सफेद फूल तथा बेलपत्र चढ़ाने चाहिए। इससे जीवन की सभी समस्‍याओं का समाधान मिलने लगता है। शनि शांत करने के लिए जामुन चढ़ाएं।

मिथुन राशि-भोलेनाथ का गन्ने के रस से अभिषेक करें। मान्‍यता है कि सावन भर प्रत‍िद‍िन गन्‍ने के रस से अभिषेक करने से भोलेनाथ जल्‍दी ही सारी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं, इसके अलावा इस राशि के जातकों को श‍िवजी को भांग, धतूरा, तथा बेलपत्र अर्पित करना चाहिए, शिव चालीसा का पाठ भी करना चाहिए। इस विधि को सावन के अलावा भी अन्य दिनों के सोमवार को किया जा सकता है। शनि शांत करने के लिए शनिवार को बाबा का अभिषेक करने के बाद शमी की लड़की चढ़ाने के बाद खुद के हाथ में बांध लें।

भोले बाबा का अद्भुत श्रंगार

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कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों को भोलेनाथ का दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक करना चाहिए, इससे मन शांत होता है और शुभ कार्यों को करने की प्रेरणा म‍िलती है। इसके साथ ही आक के श्वेत फूल, धतूरा और बेलपत्र भी शिवजी को अर्पित करें। साथ ही रुद्राष्टक का पाठ करना भी शुभ रहेगा। शनि शांत करने के लि ए पार्थिव शिवलिंग बनाकर काले तिल अर्पित करें।

सिंह राशि-भोलेनाथ का मधु अथवा गुड़ युक्त जल से अभिषेक करें। भगवान शिव को कनेर का पुष्प तथा लाल रंग का चंदन अर्पित करें। गुड़ और चावल से बनी खीर चढ़ा सकते हैं। यह अत्‍यंत शुभ होता है। सूर्योदय के समय श‍िवजी की पूजा करने से सभी इच्‍छाओं की पूर्ति जल्‍दी होती है। महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए। इससे सेहत संबंधी सभी समस्‍याएं धीरे-धीरे दूर हो जाती है। शनि शांत करने के लिए काली मिठाई का भोग लगाएं।

कन्या राशि- शंभूनाथ का गन्‍ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा शिवजी को भांग, दुर्वा, पान तथा बेलपत्र चढ़ाएं ‘ऊं नमः शिवाय मंत्र’ का जप करें शीघ्र ही मनोकामनाएं पूर्ण होगी शिव चालीसा का पाठ करना भी बेहतर होगा। अर्धनारेश्वर में काली चूड़ी चढ़ाने से शनि शांत होंगे।

तुला राशि-भगवान शिव का गाय के घी, इत्र या सुगंधित तेल या फिर मिश्री मिले दूध से अभिषेक करें। सफेद फूल भी पूजा में शिवजी को चढ़ाने चाहिए। दही, शहद अथवा श्रीखंड का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव के सहस्त्रनाम का जाप करने से जीवन में सुख-समृद्धि तथा लक्ष्मी का आगमन होगा। शनि शांत करने के लिए काला गुलाब का फूल चढ़ाएं।

वृश्चिक राशि-पंचामृत अथवा शहद युक्त जल से भगवान शिव का अभिषेक करें। लाल फूल, लाल चंदन भी शिवजी को चढ़ा सकते हैं। बेलपत्र अथवा बेल के पौधे की जड़ चढ़ाने से भी कार्यों में सफलता मिलती है। रूद्राष्टक का पाठ करना भी उपयुक्त रहेगा। शनि शांत करने के लिए शमी का फूल चढ़ाएं।

धनु राशि- दूध में पीला चंदन मिलाकर भोले बाबा का अभिषेक करें। इसके अलावा पीले रंग के फूलों या फिर गेंदे के फूल चढ़ाने चाहिए, खीर का भोग लगाना भी शुभ रहेगा। ऊं नमः शिवाय का जप और श‍िव चालीसा का पाठ करें। शनि शांत करने के लिए चने का भोग लगाएं।

मकर राशि- नारियल के पानी से अथवा गंगा जल से बाबा का अभिषेक करें। ऐसा करने से जातक को सभी कामों में सफलता मिलेगी। त्रयंबकेश्वर का ध्यान करते हुए भगवान शिव जी को बेलपत्र, धूतरा, शमी के फूल, भांग एंव अष्टगंध अर्पित करें। उड़द की दाल से बनी मिठाई का भोग लगाने से शनि की पीड़ा समाप्त होती है। नीले कमल का फूल भी भगवान को अवश्य चढ़ाएं।

कुंभ राशि-सावन महीने में शंकर भगवान को प्रत‍िद‍िन नारियल के पानी, सरसों के तेल अथवा तिल के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके अलावा शिवाष्टाक का पाठ करें। बिगड़े काम बनेंगे। साथ ही धन-समृद्धि में वृद्धि होगी। शमी के फूल पूजा में अर्पित करें। शिवजी की कृपा से यह शनि पीड़ा को कम करता है।

मीन राशि-सावन भर भोलेनाथ का केसर मिश्रित जल से जलाभिषेक करें। इसके अलावा शंकरजी की पूजा में पंचामृत, दही, दूध और पीले पुष्पों का प्रयोग करें। साथ ही ‘ऊं नमः शिवाय का जप करें। शिव चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से मन को शांति मिलेगी। शनि शांत करने के लिए काले गुलाब अर्पित करें।

DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)