चयनित छात्रों ने यह सिद्ध किया है कि जब लक्ष्य ऊँचा हो, मेहनत सच्ची हो और आत्मविश्वास अटूट हो, तो कोई भी सपना दूर नहीं रहता।
उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने परिसर में एक गतिशील और अनुशासित एनसीसी वातावरण को पोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गृह मंत्रालय ने आज देश भर में मॉक ड्रिल का आदेश दिया है. इसी के बाद आज सुबह से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 के अंतर्गत यह सहयोग भारत के युवाओं को आतिथ्य क्षेत्र में स्थायी रोजगार के लिए कौशल प्रदान करने की दिशा में एक समयानुकूल और महत्वपूर्ण कदम है।
यह उपलब्धि हमारे छात्रों की प्रतिभा एवं परिश्रम का प्रमाण है।
डॉ. हिमांशु पांडेय ने आगे ये भी बताया कि एचसीएल कंपनी की तीसरे चरण की चयन प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है।
जर्मनी के प्रख्यात विद्वान प्रो. उलरिच बर्क ने इस अवसर पर वैज्ञानिक विचारों के आदान-प्रदान और सांस्कृतिक सहयोग के लिए ऐसे सम्मेलनों के महत्व को रेखांकित किया।
अभ्यर्थी अपने पंजीकरण( LURN) का प्रिंट Print Form पर क्लिक करके कभी भी प्राप्त कर सकते है।
“मेरा संकाय निरंतर नई ऊँचाइयाँ प्राप्त कर रहा है, जो हमारे विश्वविद्यालय और राज्य के लिए गर्व का विषय है।”
कुछ महीनों के भीतर फार्मासिस्ट पद पर जाने का अवसर मिलेगा, जिसमें 3.28 लाख रुपये प्रति वर्ष की बढ़ी हुई सीटीसी होगी।