एग्जिट पोल आने के बाद अखिलेश का बड़ा आरोप, कहा मतगणना में होने जा रही है धांधली, देखें क्या कहा EVM को लेकर और क्या की अपील
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाते हुए सबको चौंका दिया है कि मुख्यमंत्री सचिवालय का एक शीर्ष अधिकारी पूरे उत्तर प्रदेश के जिलाधिकारियों को फोन कर के कह रहे हैं कि अगर गुरुवार (10 मार्च) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) हारने लगे तो मतगणना प्रक्रिया धीमी कर दें। अखिलेश के इस आरोप के बाद से राजनीतिक गलियारों में हड़कम्प मच गया है।
मंगलवार को अखिलेश ने आनन-फानन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और मतगणना में धांधली का खुलकर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि सम्बंधित अधिकारी मतगणना प्रक्रिया को धीमी करने के लिए उन 47 सीटों के लिए कह रहा है, जिन्हें भाजपा ने 2017 में 5,000 से कम वोटों के अंतर से जीती थी। उन्होंने कहा कि वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ताओं ने EVM ले जा रहे एक ट्रक को रोका, जबकि दो अन्य ट्रक तेजी से भागने में सफल रहे। अखिलेश ने ये भी कहा कि अगर ईवीएम को स्थानांतरित किया जा रहा था, तो संबंधित उम्मीदवारों को चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार सूचित किया जाना चाहिए था। हम जो कह रहे हैं, उसे साबित करने के लिए हमारे पास कई वीडियो हैं।
अखिलेश ने यहां तक कहा कि बरेली और सोनभद्र में मतपत्र पाए गए हैं। इसी के साथ आरोप लगाया कि एग्जिट पोल एक विशेष तरीके से किए गए हैं। ताकि यह धारणा बनाई जा सके कि भाजपा जीत रही है और उधर वे मतगणना के दौरान कदाचार में लिप्त हो सकें।
अखिलेश ने की अपील
उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और ईमानदार अधिकारियों व पत्रकारों से स्ट्रांग रूम पर निगरानी रखने की अपील की है, जहां ईवीएम रखी गई हैं। अखिलेश ने कहा कि अगर किसान एक साल एक जगह रह सकते हैं, तो हम अगले तीन दिन एक जगह क्यों नहीं रह सकते। लोकतंत्र को बचाने, अपना वोट बचाने का यह आखिरी मौका है। अगर यह मौका हाथ से चला गया, तो हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू करना होगा। इसी के साथ अखिलेश ने ट्वीट करते हुए अपील की है कि आज से,अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले 3 दिन तक मत की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की क़िलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आज़ादी के अफ़साने गाए। किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे व दुनिया देखेगी लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है। राजनीति बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं।