BJP के 32 नेताओं की सुरक्षा वापस…जानें केंद्र सरकार ने क्यों लिया ये बड़ा फैसला
BJP Leaders Security Withdrawn: केंद्र की भाजपा सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए अपनी ही पार्टी यानी भाजपा के ही 32 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है और इसको लेकर एक सूची भी जारी की है। इसके बाद लिस्ट में शामिल नेताओं का कहना है कि यह एक सामान्य और नियमित प्रक्रिया है। केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी सूची हर 3 महीने में जारी की जाती है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ही ये फैसला करती है कि किसे सुरक्षा मिले.
इसको लेकर भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने इंडियन एक्सप्रेस से की बातचीत में कहा कि ‘यह नियमित है। केंद्र तय करता है कि किसे और कब सुरक्षा की आवश्यकता है, और उसी तरह सुरक्षा प्रदान की जाती है। उस समय गृह मंत्रालय को लगा होगा कि नेताओं को सुरक्षा की आवश्यकता है। इस बारे में राजनीति करने जैसा कुछ नहीं है।’
तो दूसरी ओर अभिजीत दास का कहना है कि “मैं हरिद्वार में हूं, मुझे इस संबंध में कुछ नहीं पता। मुझे अब तक कोई संदेश नहीं मिला है। यह एक रूटीन मामला है, हर तीन महीने में केंद्रीय गृह मंत्रालय इस संबंध में एक सूची जारी करता है। उनके पास एक प्रोटोकॉल है। फिर से वे सुरक्षा प्रदान करते हैं। पिछले साढ़े 6 साल में मैंने ऐसा कई बार देखा है। कुछ दिन पहले 20 व्यक्तियों के नाम वाली ऐसी सूची प्रकाशित की गई थी, फिर से कई लोगों को सुरक्षा दी गई थी।’
इन नेताओं के नाम शामिल
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से जारी लिस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला, भाजपा नेता शंकुदेव पांडा,पूर्व सांसद दशरथ तिर्की, पूर्व आईपीएस अधिकारी देबाशीष धर के अलावा अभिजीत दास, डायमंड हार्बर से पूर्व विधायक दीपक हल्दर, लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहीं प्रिया साहा, लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रहे धनंजय घोष का नाम भी शामिल है। इस लिस्ट में उन नेताओं के नाम भी शामिल है, जो पिछले साल लोकसभा चुनाव हार गए थे।