Laddu Gopal: सर्दियों में लड्डू गोपाल की सेवा करते वक्त ध्यान रखें ये 6 बातें…
Laddu Gopal: हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा नियमित रूप से करने का विधान है. मान्यता है कि विधि-विधान से बाल गोपाल की आराधना करने से व्यक्ति के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती हैं। माना जाता है कि जिस तरह से एक बच्चे का पालन-पोषण व उसकी देखरेख की जाती है, ठीक वैसे ही लड्डू गोपाल की सेवा भी की जाती है।
धार्मिक पुस्तकें कहती हैं कि अगर आप के घर में लड्डू गोपाल हैं तो विशेष नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए, इतना ही नहीं समय-समय पर उनकी पूजा और रहन सहन के तरीके में भी बदलाव करना चाहिए। माना जाता है कि गर्मी और सर्दी के वस्त्र भी अलग-अलग होते हैं. चूंकि वर्तमान में सर्दियों का मौसम जारी है। इसलिए ठंड में लड्डू गोपाल की सेवा का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि उनको ठंड न लग जाए.
इन बातों का रखें ध्यान
सर्दियों में लड्डू गोपाल को गर्म पानी से स्नान कराना चाहिए. इस दौरान स्नान के पानी में एक पत्ता तुलसी का अवश्य डालें। यह बहुत शुभ होता है।
माना जाता है कि ठंड के मौसम में लड्डू गोपाल को बाहर ले जाने से बचना चाहिए, नहीं तो उनको ठंड लगने की सम्भावना रहती है. अगर आप किसी आपातकालीन स्थिति में बाहर जा रहे हैं, तो लड्डू गोपाल जी को किसी धार्मिक व भरोसेमंद व्यक्ति को सौंप कर जा सकते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सर्दियों में लड्डू गोपाल को सुबह जल्दी नहीं उठाना चाहिए। ठीक उसी तरह जैसे बच्चे आजकल स्कूलों में छुट्टी होने के कारण देर से सो कर उठ रहे हैं.
इसी के साथ ही सर्दियों में लड्डू गोपाल जी के भोजन भी खास होना चाहिए यानी उनको गर्म चीजों का भोग लगाना चाहिए. इसी के साथ ही तिल के लड्डू, हल्दी का दूध, हलवा आदि का भोग भी लगा सकते हैं।
सर्दियों के मौसम में लड्डू गोपाल जी को गद्दे व कंबल वाले स्थान पर सुलाएं। सोते समय बाल गोपाल को कंबल या रजाई अवश्य ओढ़ाएं। ठंड से बचने के लिए आप उन्हें जल्दी भी सुला सकते हैं।
माना जाता है कि लड्डू गोपाल जी को स्नान के तुरंत बाद गर्म वस्त्र पहनाएं, इस दौरान उन्हें टोपी पहनाना न भूलें। आप चाहे तो जुराब व ऊनी जैकेट भी पहना सकती हैं।
DISCLAIMER: यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। किसी भी धार्मिक कार्य को करते वक्त मन को एकाग्र अवश्य रखें। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)
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