झूठा मुख्यमंत्री…कुंभ पर्व रहते ही दें इस्तीफा; भगदड़ से क्रोधित शंकराचार्य सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर भड़के-Video

January 30, 2025 by No Comments

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Shankaracharya Avimukteshwarananda Saraswati’s statement on MahaKumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कल यानी मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 50 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो वायरल हो रहे हैं जो इस भयावह घटना की तस्वीर को बयां कर रहे हैं. तो वहीं योगी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. सियासी दलों के साथ ही संतों और महंतों ने भी महाकुंभ की अव्यवस्था पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर जुबानी हमला किया जा रहा है.

इसी बीच सोशल मीडिया पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बयान सामने आया है. उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा है कि मौजूदा सरकार को सत्ता में रहने का अब नैतिक अधिकार नहीं है. ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि भगदड़ की घटना ने सरकारी इंतजामों की पोल खोल दी है. अधिकारी महाकुंभ में 40 करोड़ और मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का दावा पहले ही कर रहे थे. इस हिसाब से उन्हें व्यापक तैयारी करके रखनी चाहिए थी.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शंकराचार्य कहते हुए दिख रहे हैं कि इतना बड़ा धोखा संत-सनातनियों के साथ कर दिया है. इतना बड़ा धोखा हम लोगों के साथ क्यों कर दिया? इतना बड़ा झूठ देश से क्यों बोला. झूठा मुख्यमंत्री. घटना तो जो होनी थी वो हो गई लेकिन आपने झूठ क्यों बोला. आपने छुपाने की कोशिश क्यों की.

मृत आत्मा के प्रति उपवास रखने का मौका भी नहीं दिया. शाम को जाकर बता रहे हैं. आपको क्या पता नहीं था. ये पद के काबिल नहीं है. इनको कुंभ पर्व के रहते हुए ही इस्तीफा दे देना चाहिए. घटना घट गई तो उसे सामने रखना चाहिए था. छुपाना नहीं चाहिए थी. ये नहीं कहना चाहिए था कि सब अफवाह है सब अफवाह है. इससे बहुत बड़ी पीड़ा पहुंची है. गलती सही बाद में विचार होता है. मन बहुत आहत है.

लोगों के जीवन से किया गया खिलवाड़

शंकराचार्य ने भगदड़ की घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ये भी कहा कि व्यवस्थाओं के बेहतर दावे की जानकारी पाकर श्रद्धालु यहां पर आ गए लेकिन ग्राउंड जीरो पर उनके लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे. यह घटना बताती है कि तैयारी पूरी नहीं थी और लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया गया. उन्होंने कहा कि अगर हमारे घर के किसी समारोह में 1000 लोगों की व्यवस्था है तो फिर हमें वहां 5000 लोगों को नहीं बुलाना चाहिए. महाकुंभ में यही हुआ.

मृतक आत्माओं को नहीं दे सके श्रद्धांजलि

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि सही समय पर घटना की जानकारी मिलती तो वह लोग परंपराओं का पालन करते हुए मृतक आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के लिए एक दिन का उपवास रखते. उन्होंने कहा कि हमारे यहां परंपरा है कि अगर परिवार में किसी की मौत हो जाती है तो सूतक लग जाता है और खाना नहीं बनता और न ही खाना खाया जाता है. हम लोग मुख्यमंत्री पर ही भरोसा कर रहे थे कि वह जो बताएंगे सही बताएंगे लेकिन मरने वालों की संख्या दिन भर छुपा कर रखी गई और शाम को बताई गई. तमाम लोग उन्हें फोन पर संपर्क कर अपने लोगों के लापता होने और कोई जानकारी नहीं मिलने की बात कर रहे थे.

बहुत बड़ी विफलता है

शंकराचार्य ने इस घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में रोजाना लाखों करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे. अगर इस घटना को लेकर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले दिनों में इससे बड़ी घटना होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे मामले में बेहद सख्त कार्रवाई जरूरी है. इसी के साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यह घटना मौजूदा सरकार की बहुत बड़ी विफलता है. ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है. सरकार को खुद ही हट जाना चाहिए या फिर जिम्मेदार लोगों को इस मामले में दखल देना चाहिए. यह ऐसी दुखद घटना है जिसे सनातनियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े किए हैं.

भगदड़ के दूसरे दिन मौके के वायरल हो रहे हैं वीडियो

बता दें कि कुंभ में मची भगदड़ के दूसरे दिन मौके के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो में एक युवती बता रही है कि किस तरह से उसकी दुकान को लोगों ने तहस-नहस कर दिया.

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