क्या ये सही है कि घर-परिवार छोड़कर वैराग्य धारण कर लेना चाहिए? जानें क्या कहते हैं प्रेमानंद महाराज-Video
Premanand Maharaj: सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह एक श्रद्धालु के सवाल का जवाब देते हुए बता रहे हैं कि आखिर वैराग्य क्या है?
दरअसल अक्सर श्रद्धालु महाराज जी को सुनने के बाद वैरागी जीवन जीने की इच्छा रखने लगते हैं. ऐसे में महाराज जी ने ये बात स्पष्ट की है कि परिवार की अगर जिम्मेदारी है तो परिवार को छोड़कर कभी भी भागना नहीं चाहिए. यानी गृहस्थ जीवन में भी भगवान का नाम जप करते हुए वैरागी जीवन जिया जा सकता है.
संत प्रेमानंद महाराज जी श्रद्धालु के सवालों का जवाब देते हुए कहते हैं कि आप पहले ये तय करें कि आप किससे वैराग्य लेना चाहते हैं.वह आगे कहते हैं कि जो लोग आपके साथ हैं उनके साथ रहते हुए भगवान का भजन करें और गृहस्थ कार्य भी करें. संत प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि कहां भाग कर जाओगे. वैराग्य कहां है ये तो बताओ. वैराग्य लेकर जाओगे कहां. भाग कर कहां जाओगे. रहना इसी संसार में है. हमें अंदर से सुधार करना है. भगवान को पाने के लिए कहीं भागने की जरूरत नहीं है. मन का उद्देश्य बदलने की जरूरत है. गृहस्थ में रहते हुए भी आप संत हैं. अगर मन में भगवान को जपते हैं तो आप संत हैं.
वीडियो में जानें महाराज जी की पूरी बात
आपका सत्संग सुनने के बाद बहुत से लोग वैराग्य से रहना चाहते हैं क्या यह उचित है ? Bhajan Marg pic.twitter.com/FmOVW5RZjD
— Bhajan Marg (@RadhaKeliKunj) January 20, 2025