“मंगलसूत्र चुरा लेंगे…” प्रियंका गांधी ने संसद में पहला संबोधन देते हुए क्यों कहा ऐसा? मां और भाई ने थपथपाई पीठ, भाजपा सांसद ने साधा निशाना-Video

December 13, 2024 by No Comments

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Priyanka Gandhi in Parliament: कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को लोकसभा में अपना पहला संबोधन दिया, जिसकी चर्चा लगातार हो रही है. तो वहीं उनके पहले सम्बोधन पर भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी ने खुशी जाहिर की है और अपने ढंग से प्रियंका की तारीफ भी की है. तो दूसरी ओर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर हमला बोला है और कहा है कि कांग्रेस नेताओं को भाजपा से सीख लेनी चाहिए.

अपने पहले भाषण में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कई मुद्दों को रखा और संविधान ही हमारी आवाज है…कहकर अपने सम्बोधन की शुरुआत की. उन्होने आगे कहा कि संविधान ने हमें चर्चा का हक दिया है। इसी के साथ ही प्रियंका गांधी ने ये भी कहा कि संविधान ने आम आदमी को सरकार बदलने की भी ताकत दी है। वाद-विवाद संवाद की पुरानी परंपरा है। संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि इंसाफ और उम्मीद की ज्योति भी है। हमारा संविधान न्याय की गारंटी देता है। संविधान हमारा कवच है। पिछले 10 सालों में इस सुरक्षा कवच को तोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।

प्रियंका ने अपने संबोधन में विभिन्न मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि मेरे सत्तापक्ष के लोग जो बड़े-बड़े दावे और वादे करते हैं लेकिन आज तक इन लोगों ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। प्रियंका ने आगे कहा कि संविधान में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय का वादा है, ये वादा सुरक्षा कवच है, जिसको तोड़ने का काम शुरू हो चुका है। लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए सरकार आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। वह आगे बोलीं कि अगर यह लोग लोकसभा चुनाव में अपेक्षित नतीजे प्राप्त करने में सफल रहते, तो संविधान बदलने का भी काम शुरू कर देते। इस चुनाव में इनको पता चल गया कि देश की जनता ही इस संविधान को सुरक्षित रखेगी। इस चुनाव में हारते-हारते जीतते हुए एहसास हुआ कि संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी।

प्रियंका गांधी ने भाषण देते हुए आगे कहा कि हमारा स्वतंत्रता संग्राम अपने आप में अनूठा था। आजादी की लड़ाई भी लोकतांत्रिक थी। जिसमें समाज के हर वर्ग ने हिस्सा लिया था। इस लड़ाई ने देश को एक आवाज दी। यह आवाज हमारे साहस की आवाज थी। इसी की गूंज ने हमारे संविधान को लिखने में अहम भूमिका निभाई। हम सभी लोगों को यह बात समझनी होगी कि संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है। बाबा अंबेडकर, मौलाना आजाद, जवाहरलाल नेहरू और तमाम नेताओं ने संविधान को बनाने में तमाम साल लगा दिए। हमारा संविधान ने हर भारतीय को एक नई पहचान दी है। हमारी आजादी के लिए लड़ाई ने हमारे अधिकारों के लिए आवाज उठाने की क्षमता दी। जब आवाज उठेगी तो सत्ता को उसके सामने झुकना पड़ेगा। संविधान ने हर किसी को अधिकार दिया कि वो सरकार बना भी सकता है और बदल भी सकता है।

जरूरी है जातिजनगणना

प्रियंका गांधी ने जातिगत जनगणना पर जोर देते हुए कहा कि “जातिगत जनगणना बहुत जरूरी है, ताकि इस बात का पता चल सके कि किस जाति की मौजूदा स्थिति कैसी है। जब चुनाव में पूरे विपक्ष ने जोरदार आवाज उठाई कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए तो इनका जवाब था- भैंस चुरा लेंगे, मंगलसूत्र चुरा लेंगे। ये गंभीरता है इनकी।”

उस वक्त आदिवासियों को भरोसा था

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि “हमारे संविधान ने आर्थिक न्याय की नींव डाली। किसानों, गरीबों को जमीन बांटी। पहले जब संसद चलती थी, तो बेरोजगारी और महंगाई पर चर्चा होती थी। लोगों को उम्मीदें होती थी कि संसद में हमारे मुद्दे को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा होगी लेकिन आज ऐसा बिल्कुल भी देखने को नहीं मिल रहा है।” प्रियंका ने आगे कहा कि उस वक्त आदिवासियों को इस बात का भरोसा था कि अगर उनकी जमीन से संबंधित दस्वातेजों में किसी भी प्रकार का संशोधन होगा, तो वो उनकी भलाई के लिए होगा, मगर आज देखने को नहीं मिल रहा है।

सत्तापक्ष हमारे साथ करता है अतीत की बात

प्रियंका गांधी ने केंद्र की एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तापक्ष के हमारे कई साथी अतीत की बात करते हैं कि जवाहर लाल नेहरू ने क्या किया। अरे वर्तमान की बात कीजिए कि आप लोग क्या कर रहे हैं। आपकी जिम्मेदारी क्या है। आप लोग अतीत की बात करके अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। प्रियंका ने आगे कहा कि कृषि कानून उद्योगपतियों के लिए बनाए गए। वायनाड से लेकर ललितपुर तक इस देश का किसान रो रहा है। आपदा आती है, तो राहत की बात नहीं की जाती है। इस देश का किसान आज भगवान के भरोसे है। यह सरकार लगातार किसानों के हितों की अनदेखी कर उद्योगपतियों के लिए ही कानून बना रही है।

भाई ने की तारीफ

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के पहले भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि “मैंने इसे देखा, यह बहुत अच्छा, अद्भुत भाषण था। यह मेरे पहले भाषण से बेहतर था, इसे ऐसे कह सकते हैं…” तो वहीं सोनिया गांधी ने “बहुत बढ़िया” कहा.

कांग्रेस को लेनी चाहिए सीख

दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के पहले भाषण पर कहा, सबसे महत्वपूर्ण बात ये हुई कि हम लोगों ने प्रियंका गांधी वाड्रा का भाषण बहुत ध्यान से सुना। हमारे सारे सांसदों ने उनका बहुत आदर किया जिससे कांग्रेस को सीख भी लेनी चाहिए. इसके आगे वह बोले कि उन्होंने (प्रियंका गांधी) शायद अनजाने में हिमाचल सरकार की बहुत सारी बुराइयां कीं कि हिमाचल की नीतियां ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि ‘कायरों को देश की जनता हटा देती है’, जो की सही है क्योंकि कांग्रेस को देश की जनता हटा चुकी है… मूल रूप से उनकी चर्चा संविधान से अलग थी।

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