Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर घर पर ही करें इस विधि से स्नान, मिलेगा प्रयाग जितना पुण्य, पढ़ें गीता का ये अध्याय
Mauni Amavasya: माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं. इस दिन प्रयाग में स्नान करने की विधान शास्त्रों में बताया गया है। अगर प्रयाग नहीं जा पाएं तो अपने घर पर ही इस विधि से अगर स्नान करेंगे तो पूरा पुण्य प्राप्त होगा। आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि, स्नान करते वक्त नीचे दिए गए मंत्र को बोलें। अमावस्या के दिन इस तरह से स्नान करने से प्रयागराज में स्नान करने जितना ही फल मिलता है। इसी के साथ अमावस्या को गीता का सातवाँ अध्याय का पाठ करें और गरीबों में मिष्ठान्न बांटें।
ॐ ह्रीं गंगायै नमः ॐ ह्रीं स्वाहा।ॐ ह्रीं गंगायै नमः ॐ ह्रीं स्वाहा।
धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए करें ये कार्य
अमावस्या को घर में एक छोटा सा हवन करें, जिसमें काला तिल,जौं, चावल, गाय का घी,चंदन पाउडर, गूगल, गुड़, देशी कर्पूर, कण्डा आदि सामग्री रखें। और कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त 8 वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की 1-1आहुति दें। इस विधि से हवन करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
आहुति मंत्र
ॐ कुल देवताभ्यो नमः
ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
ॐ ग्रहभ्यो नमः
ॐ लक्ष्म्यै नमः
ॐ विघ्नविनाशकेभ्यो नमः
मौनी अमावस्या का मंत्र
भविष्योत्तर पुराण के अनुसार माघी अथवा मौनी अमावस्या के दिन गायत्री मंत्र का जप करें तो विशेष लाभ होता है। दैवी सम्पदा और लौकिक धन की कमी नही रहती।
गायत्री मंत्र
ॐ भू भुर्व: स्व: तत सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहिधियो यो न: प्रचोदयात्।।
घर में नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के उपाय
घर में हर अमावस्या अथवा हर 15 दिन में पानी में खड़ा नमक डालकर पोछा लगायें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।