Mahakumbh 2025: महाकुंभ में पैदा हुए बच्चों के श्रद्धालुओं ने रखा ये अनोखे नाम…इस वजह से मेले में पहुंचती हैं गर्भवती महिलाएं

February 14, 2025 by No Comments

Share News

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है. लगातार बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन लाखों भक्त श्रद्धा की डुबकी लगा रहे हैं. तो इसी दौरान मेला क्षेत्र में बने सेंट्रल हॉस्पिटल में अभी तक कुल 12 बच्चों का जन्म हो चुका है. महाकुंभ में जन्मे इन बच्चों का नाम गंगा, जमुना से लेकर भोलेनाथ और बजरंगी तक रखा गया है.

सेक्टर दो स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल की मैटर्न रमा सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि फूलपुर तहसील के सराय चंडी से आई नेहा सिंह ने एक बेटे को जन्म दिया और बेटे के पिता दीपक अपने बेटे का नाम कुंभ रखने पर अड़े हैं. इस पर जब हमने कहा कि कुंभ नाम 29 दिसंबर को जन्मे एक बच्चे का पहले ही रखा जा चुका है. हमने इस बच्चे को कुंभ-2 नाम दिया है.

ये है मान्यता

रमा सिंह कहती हैं कि बहुत सी महिलाएं प्रसव की तिथि नजदीक होने के बावजूद मेले में पहुंचती हैं और स्नान करती हैं. दरअसल उनकी आस्था होती है कि कुंभ मेले में जन्मा बच्चा भाग्यशाली होगा. इसीलिए वे प्रसव के नजदीक होने पर कुंभ मेले में अवश्य आती हैं. एक महिला मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आई थी और जैसे ही वह घाट पर स्नान के लिए पहुंची, उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. परिजनों ने तुरंत ही एंबुलेंस को फोन कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद महिला ने अस्पताल में बेटी को जन्म दिया. फिर बच्ची का नाम सरस्वती रखा गया. रमा सिंह ने कहा कि यहां जन्म लेने वाले बच्चों में से किसा का नाम भोले नाथ, गंगा, जमुना, सरस्वती को किसी का नाम नंदी रखा गया है. उन्होंने ये भी कहा कि प्रसव के बाद ज्यादातर लोग जल्दी छुट्टी मांगते हैं, लेकिन हमें 24 घंटे तक प्रसूती को निगरानी में रखना पड़ता है, जिसके बाद ही हम छुट्टी देते हैं. ताकि जच्चा और बच्चा दोनों ही सेफ रहे.

कल्पवास कर रही मां की सेवा के लिए पहुंची थी गर्भवती बहू

तो वहीं दीपक ने कहा कि ‘मैं हरियाणा में नौकरी करता हूं और सेक्टर-18 में मेरी मां कल्पवास कर रही हैं. उनकी सेवा के लिए मैं छुट्टी लेकर अपनी पत्नी नेहा के साथ यहां आया था. रात में प्रसव पीड़ा उठने पर मैंने एंबुलेंस को फोन किया और फिर तुरंत सेंट्रल हॉस्पिटल लाया गया. रात करीब दो बजे उसने एक लड़के को जन्म दिया. भले ही अस्पताल वाले मेरे बेटे का नाम कुंभ नहीं रख रहे हैं, लेकिन मैं उसका नाम कुंभ ही रखूंगा, क्योंकि वह इस महाकुंभ में पैदा हुआ है.

बसंत पंचमी के दिन भी पैदा हुए कई बच्चे

सेंट्रल हॉस्पिटल की मैटर्न रमा सिंह ने बसंत पंचमी पर जन्मे बच्चों की जानकारी देते हुए बताया कि पंचमी की रात में एक महिला ने बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम बसंत रखा गया. तो वहीं एक महिला को बेटी हुई तो उसका नाम बसंती रखा गया है. वह भी स्नान के लिए कुंभ में आई थी. सेंट्रल हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर मनोज कौशिक ने बताया कि सेंट्रल हॉस्पिटल में अब तक कुल 12 बच्चों का जन्म हो चुका है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे जहांगीराबाद (बाराबंकी), चित्रकूट, कौशांबी और कई प्रदेशों जैसे झारखंड, मध्य प्रदेश आदि की महिलाओं का प्रसव कराया गया. सभी प्रसव सामान्य तरीके से कराए गए हैं.

हालांकि सोशल मीडिया पर कई लोगों का कहना है कि महाकुंभ के दौरान डिलीवरी प्लान करके जाना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि मेले में लगातार भीड़ बनी हुई है. तो वहीं कई लोगों ने महाकुंभ में जन्मे बच्चे को भाग्यशाली बता रहे हैं.

ये भी पढ़ें-महाकुंभ को लेकर सपा सांसद जया बच्चन ने दिया विवादित बयान, बोलीं-“भगदड़ में मरने वालों के शव…”-Video