वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन….कहीं पुलिस कर्मियों पर फेंकी गई बोतलें तो कहीं हिंदूओं का पलायन शुरू; मुस्लिम संगठनों की ये है तैयारी-Video

April 13, 2025 by No Comments

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Wakf Amendment Act Violent: देश भर में वक्फ कानून के विरोध में लगातार प्रदर्शन जारी है. कहीं-कहीं ये प्रदर्शन हिंसक रूप लेता जा रहा है. ताजा खबर त्रिपुरा के उनाकोटी जिले से सामने आई है. यहां शनिवार को वक्फ कानून वापस लेने की मांग को लेकर विरोध रैली निकाली गई। इस दौरान भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस पर पथराव कर दिया।

यही नहीं पुलिस पर बोतलें फेंकी गई और जमकर हाथापाई हुई। इस हिंसक प्रदर्शन में एक एसडीपीओ समेत 18 पुलिस कर्मी घायल हो गए। तो वहीं पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हमले में कथित संलिप्तता के लिए आठ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रदर्शनकारियों के हमले को लेकर कैलाशहर पुलिस थाने के प्रभारी सुकांत सेन चौधरी ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि प्रदर्शनकारियों के हमले में कैलाशहर उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) जयंत करमाकर सहित 18 पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमले में कथित संलिप्तता के लिए आठ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।

कांग्रेस नेता ने 4 हजार लोगों के साथ निकाली थी रैली

पुलिस ने ये भी बताया कि कांग्रेस के उनाकोटी जिला अध्यक्ष मोहम्मद बदरुज्जमां की अध्यक्षता में संयुक्त आंदोलन समिति के तहत करीब 4,000 लोग वक्फ कानून वापस लेने की मांग को लेकर एक बड़ी रैली निकाल रहे थे। रैली जैसे ही कुबजर इलाके में पहुंची भीड़ हिंसक हो गई और जब पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करना चाहा तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया और बोतलें फेंकी। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस लाठीचार्ज करने और आंसू गैस के गोले दागने के लिए मजबूर हुई.

कांग्रेस नेता ने दी सफाई

हिंसक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के उनाकोटी जिला अध्यक्ष मोहम्मद बदरुज्जमां ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने शांतिपूर्ण रैली का आयोजन किया था, लेकिन निहित स्वार्थ वाले एक समूह ने हमें बदनाम करने के लिए हमारी शांतिपूर्ण रैली को हिंसक बना दिया। उन्होंने कहा कि हम वक्फ कानून को वापस लेने की मांग को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

घर छोड़कर भाग रहे हैं हिंदू

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भी वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ है. यहां के हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं. इसको लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर जुबानी हमला बोला है औरआरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद के हालात भयावह बने हुए हैं और कई हिन्दू परिवारों को वहां घर छोड़कर भागना पड़ रहा है. हिंसा पर काबू पाने के लिए बीएसएफ की 8 कंपनियां और करीब 1000 पुलिसवाले तैनात किए गए हैं. इनमें डीजी से लेकर एएसपी स्तर तक के अधिकारी भी शामिल हैं. बता दें कि शनिवार को हुई हिंसा में हिंदू पिता-पुत्र समेत कम से कम तीन लोगों की हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दोनों हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे.

राज्य में नहीं लागू होगा नया वक्फ कानून

हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि राज्य में नया वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा. तो दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर जुबानी हमला करते हुए आरोप लगाया कि बंगाल में ‘हिंदू सुरक्षित नहीं हैं, स्थिति बहुत गंभीर, नाजुक है…’

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ये कर रखी है आंदोलन की तैयारी

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान पहले ही कर दिया था. इसी के साथ ही इसके खिलाफ प्रदर्शन चलाने की शुरुआत 10 अप्रैल से कर दी है. ये विरोध प्रदर्शन 7 जुलाई तक चलेगा. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसको लेकर पहले ही कह दिया था कि ये मुहिम शाह बानो मामले की तरह शहर से लेकर गांव तक चलाई जाएगी. 22 अप्रैल को “तहफ्फुज़ ए औकाफ़ कारवा ” यानी वक्फ की हिफाजत के नाम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा तो वहीं 7 मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में भी बड़ा कार्यक्रम होगा.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपील की है कि 30 अप्रैल की रात 9:00 बजे लोग अपने घर, फैक्ट्री, ऑफिस की लाइट बंद करके आधे घंटे के लिए अपना विरोध दर्ज कराएं. तो वहीं जुमे की नमाज के बाद भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसी के साथ ही हर जिला मुख्यालय पर धरना देकर डीएम के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा.

5 अप्रैल को मिली थी नए वक्फ बिल को मंजूरी

गौरतलब है कि पहले से ही वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी रहा लेकिन हंगामे के बीच दोनों संसद में ये पारित हो गया. तो वहीं राष्ट्रपति ने भी इसको मंजूरी दे दी. राज्यसभा में इसके पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 वोट पड़े. तो वहीं लोकसभा में इसके पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े थे. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी मंजूरी दे दी थी और इसी के बाद देश में ये नया कानून लागू हो गया. तो इसी के बाद से मुस्लिम लॉ बोर्ड लगातार प्रदर्शन कर रहा है.

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