ईश्वरीय संयोग से मैं जिस समय रामसेतु के दर्शन कर रहा था, उसी समय मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य मिला।

भगवान श्री हरि ने राम के रूप में राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या की कोख से जन्म लिया वह दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का दिन था।

ये तो सभी जानते हैं कि आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज ने राम जन्मभूमि मंदिर में मुख्य पुजारी के रूप में अपनी सेवा दी। वह एक मात्र ऐसे पुजारी थे जो कि कभी भी मंदिर में पूजा कर सकते थे.

Yogi Adityanath: अयोध्‍या धाम में ’43वें रामायण मेला’ के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने संभल ह‍िंसा के साथ…

जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास जी महाराज ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि त्रेता युग में प्रभु श्री राम और माता जानकी का विवाह इसी पवित्र स्थान पर हुआ था.